टीम इंडिया ने आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 में लगातार छठी जीत दर्ज की है. एक लो स्कोरिंग मैच में भारत ने इंग्लैंड को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में धूल चटाई है. वर्ल्ड कप में भारत ने 20 साल बाद इंग्लैंड को धूल चटाई है.
इससे पहले भारत ने 2003 में इंग्लैंड को आखिरी बार वर्ल्ड कप में हराया था. भारत और इंग्लैंड वर्ल्ड कप में अब तक 10 बार भिड़ चुके हैं. जिसमें पांच बार भारत जीता है और चार बार इंग्लैंड की टीम विजयी हुई है. एक मुकाबला टाई रहा है.
अब मैच की बात करें तो एक चुनौतीपूर्ण पिच पर रोहित शर्मा की 87 रन की शानदार पारी के बाद, रविवार को लखनऊ में भारत ने इंग्लैंड को 100 रन से हराकर विश्व कप में लगातार छठी जीत दर्ज की.
कप्तान रोहित (101 गेंदों पर 87 रन) के विशेष प्रयास के बिना यह जोरदार जीत संभव नहीं थी. सूर्यकुमार यादव (49) ने डेथ ओवरों में जरूरी रन जुटाकर भारत को नौ विकेट पर 229 रन तक पहुंचाया.
मोहम्मद शमी (4/22) और जसप्रीत बुमराह (3/32) ने गेंद से अजेय मेजबान टीम का दिल जीत लिया. इंग्लैंड के बल्लेबाज एक और बार खराब प्रदर्शन के साथ 34.5 ओवर में 129 रन पर आउट हो गए और भारत यह मुकाबला 100 रनों से जीत गया. इंग्लैंड की यह छह मैचों में पांचवीं हार है.
इंग्लैंड सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया है जबकि टूर्नामेंट में एकमात्र अजेय टीम भारत अंक तालिका में टॉप पर पहुंच गया है. सामान्य से कम स्कोर खड़ा करने के बाद भी इंग्लैंड की बल्लेबाजी इकाई पर दबाव बनाने के लिए भारत को शुरुआती विकेटों की जरूरत थी.
बुमराह और शमी ने मिलकर निर्णायक झटका दिया. जिससे 10वें ओवर में इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 39 रन हो गया. बुमराह ने डेविड मालन (16) और जो रूट (0) को लगातार गेंदों पर आउट किया. जबकि शमी ने जॉनी बेयरस्टो (14) और बेन स्टोक्स (0) को आउट किया.
मोहम्मद शमी ने एक बार फिर सभी को प्रभावित किया और साबित कर दिया कि अनुभव को कोई विकल्प नहीं होता. पिछले मुकाबले में पांच विकेट चटकाने वाले शमी ने इस बार चार विकेट अपने नाम किए. शुरुआती मैचों में शमी को मौका नहीं मिला था.
कुलदीप यादव ने कप्तान जोस बटलर (10) को एक शानदार गेंद पर आउट करके स्कोर पांच विकेट पर 52 रन कर दिया. शमी ने तीसरे विकेट के रूप में मोईन अली (15) को विकेट के पीछे कैच कराया. छह विकेट पर 81 रन पर, इंग्लैंड के लिए वापसी संभव नहीं थी.
शाम को पार्क में काफी ओस थी लेकिन भारतीय गेंदबाजों के लिए यह कोई समस्या नहीं थी. इससे पहले भारत को टूर्नामेंट में पहली बार पहले बल्लेबाजी का मौका मिला. लेकिन टीम इंडिया एक बड़ा स्कोर करने से चूक गई. केवल रोहित और सूर्यकुमार ही थे, जिन्होंने मुश्किल पिच पर बल्लेबाजी करने का तरीका खोजा.
12वें ओवर में जब भारत का स्कोर तीन विकेट पर 40 रन था तब रोहित और केएल राहुल (58 में से 39 रन) के बीच 91 रन की साझेदारी हुई. रोहित ने सूर्यकुमार के साथ 33 बहुमूल्य रन भी जोड़े, लेकिन कप्तान के आउट होने से विकेटों की झड़ी लग गई.