रविवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच एक लो स्कोरिंग मैच देखने को मिला. हालांकि भारत यह मुकाबला 6 विकेट से जीत गया, लेकिन 100 रन बनाने में ही टीम इंडिया के पसीने छूट गये. सूर्यकुमार यादव ने आखिरी ओवर में चौका लगाकर भारत को जीत दिलायी. इसके बाद कप्तान हार्दिक पांड्या ने लो स्कोर के लिए पिच की आलोचना की. उन्होंने कहा कि ऐसी पिचें टी20 क्रिकेट के लिए नहीं बनायी जानी चाहिए. कुछ ऐसा ही टर्न रांची की पिचों पर भी देखने को मिला था, लेकिन बल्लेबाजों ने अच्छा स्कोर किया था.
यह ऐसा मुकाबला रहा, जिसमें दोनों पारियों में एक भी छक्का नहीं लगा. हार्दिक पांड्या ने जीत के बाद कहा कि ईमानदारी से कहूं तो यह विकेट चौंकाने वाला था. अब तक हमने दोनों मैच खेले हैं. मुझे मुश्किल विकेटों से कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं, लेकिन ये दो पिचें टी20 के लिए नहीं बने थे. कहीं न कहीं क्यूरेटर या जिस मैदान में हम खेलने जा रहे हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ऐसी पिचें तैयार नहीं करें.
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आखिरी ओवर के तनाव पर बात करते हुए हार्दिक ने कहा कि हमें आखिर तक विश्वास था कि हम जीत जायेंगे. बड़े स्कोर नहीं हो रहे थे, तब हमने स्ट्राइक रोटेट करते रहने का प्लान बनाया और यह कामयाब रहा. टी20 मुकाबलों में ऐसे क्षण आते हैं, इसमें हमें घबराना नहीं चाहिए. गेंदबाजों के प्रभावशाली प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि वे अपनी योजनाओं पर टिके रहे और यह सुनिश्चित किया कि न्यूजीलैंड स्ट्राइक रोटेट न करें. हम स्पिनरों से गेंदबाजी कराते रहे.
कप्तान हार्दिक पांड्या द्वारा पिचों की आलोचना के बाद टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि पिच के बारे में क्यूरेटर ही जवाब दे सकते हैं. म्हाम्ब्रे ने कहा कि पिच के बारे में सवाल का जवाब क्यूरेटर ही दे सकते हैं. हमें पता था कि यह चुनौतीपूर्ण होगा और शुक्र है कि हमने मैच पर नियंत्रण बनाये रखा. 120-130 का स्कोर चुनौतीपूर्ण हो सकता था. हमने उन्हें 99 रन पर रोका जो हासिल किये जाने लायक स्कोर था. उन्होंने अपने गेंदबाजों की तारीफ की.
भाषा इनपुट के साथ