The Hundred: क्या वनडे और टी20 पर भारी पड़ेगा ‘द हंड्रेड’? वॉर्न और पीटरसन ने दिया बड़ा बयान

The Hundred, Shane Warne, Kevin Pietersen ‘द हंड्रेड' (The Hundred) को लेकर बड़ा बयान दे दिया है. दोनों महान क्रिकेटरों का मानना है कि भविष्य में ‘द हंड्रेड' को अधिक बेहतर और बड़े स्तर पर आयोजित किया जा सकता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2021 3:22 PM

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न (Shane Warne) और इंग्लैंड के पूर्व स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन (Kevin Pietersen) ने ‘द हंड्रेड’ (The Hundred) को लेकर बड़ा बयान दे दिया है. दोनों महान क्रिकेटरों का मानना है कि भविष्य में ‘द हंड्रेड’ को अधिक बेहतर और बड़े स्तर पर आयोजित किया जा सकता है.

‘द हंड्रेड’ क्रिकेट का नया प्रारूप है जिसमें प्रत्येक टीम को 100 गेंद खेलने को मिलती हैं. इसकी पहली प्रतियोगिता शनिवार को लार्ड्स में खेले गये फाइनल के साथ संपन्न हुई. ओवल इनविन्सिबल्स ने महिलाओं का जबकि सदर्न ब्रेव ने पुरुष वर्ग का खिताब जीता.

Also Read: कोहली की सेना को धमकाना जो रूट की टीम के लिए आसान नहीं होगा, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने किया दावा

यह मैच देखने के लिये स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा था जिससे क्रिकेट समुदाय उत्साहित है. लंदन स्प्रिट के मुख्य कोच वार्न ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा, मुझे लगता है कि यह उम्मीदों से आगे निकल गया. जिस तरह की क्रिकेट खेली गयी, विभिन्न टीमों ने जिस तरह का प्रदर्शन किया वह बेजोड़ था.

वार्न ने कहा, हम जहां भी गये वहां हमें स्टेडियम भरे हुए मिले. सोमवार, मंगलवार, बुधवार कोई भी दिन हो, बर्मिंघम, मैनचेस्टर, लंदन कोई भी जगह हो, स्टेडियम भरे हुए थे. दर्शकों को यह वास्तव में पसंद आ रहा है और यह शानदार है. यह प्रत्येक अगले वर्ष में बेहतर और बड़ा होता जाएगा.

कोरोना महामारी के बीच इस टूर्नामेंट का आयोजन एक साल बाद किया गया. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान पीटरसन टूर्नामेंट को शुरू में ही मिले अपार समर्थन से हैरान नहीं हैं. उन्होंने कहा, ब्रिटेन में फ्रेंचाइजी क्रिकेट को देखकर अच्छा लग रहा है. हम एक बात जानते हैं कि ब्रिटेन के लोग खेलों का बहुत अच्छी तरह से समर्थन करते हैं.

पीटरसन ने कहा, यह मायने नहीं रखता कि खेल कौन सा है. कुछ साल पहले इस देश में टूर डि फ्रांस शुरू किया गया था और लोगों की उसे देखने के लिये सड़कों पर भीड़ एकत्रित हो गयी थी. इसलिए क्रिकेट जैसे खेल को तो समर्थन मिलना ही है.

Next Article

Exit mobile version