विजय रथ पर सवार भारत और दक्षिण अफ्रीका वर्ल्ड कप जीतने को तैयार, इनपर रहेंगी नजरें
U19 Women's World Cup: भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीम महिला अंडर 19 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में भिड़ने के लिए तैयार है. दोनों ही टीमें अब तक इस टूर्नामेंट में अपराजित रही हैं. फाइनल मुकाबले में दोनों टीमों की कुछ खिलाड़ियों पर नजरें होंगी.
U19 Women’s World Cup: रविवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच अंडर19 महिला टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेला जाएगा तो डिफेंडिंग चैंपियन टीम इंडिया खिताब की रक्षा करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. वहीं अब तक सभी मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंची दक्षिण अफ्रीका की टीम को भी कमजोर नहीं माना जा सकता. दोनों ही फाइनलिस्ट टीमें अब तक इस टूर्नामेंट में अपराजित रही हैं. अब इस आखिरी मुकाबले में किसी एक टीम को हार का सामना करना पड़ेगा.
दोनों ने अपने सेमीफाइनल में प्रभावित किया. दक्षिण अफ्रीका ने 106 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया. वहीं, भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ नौ विकेट से शानदार जीत हासिल की. दोनों टीमें बेहतरीन फॉर्म में हैं और दोनों टीमों के प्रमुख खिलाड़ी यह तय करेंगे कि वर्ल्ड कप की ट्रॉफी कौन उठाएगा. कुछ मुख्य हेड टू हेड नीचे देख सकते हैं.
बल्लेबाजों की टक्कर: गोंगाडी त्रिशा बनाम जेम्मा बोथा
टूर्नामेंट में भारत की गोंगाडी त्रिशा ने सबसे अधिक रन बनाए हैं. उन्होंने अब तक 265 रन बनाए हैं, जो उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी से लगभग 100 अधिक हैं. त्रिशा ने भारत को बार-बार शानदार शुरुआत दी है, उन्होंने टूर्नामेंट में अब तक एकमात्र शतक के साथ अपनी छह पारियों में 66.25 का औसत बनाया है. इतना ही नहीं, उन्होंने 149.71 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं, जो किसी भी खिलाड़ी द्वारा 100 रन तक पहुंचने के मामले में सबसे अधिक है.
दूसरी ओर, सेमीफाइनल में, दक्षिण अफ्रीका ने दिखाया कि उनके पास भी एक पावर हिटर है. जेम्मा बोथा शानदार फॉर्म में दिखीं. उन्होंने सिर्फ 24 गेंदों पर 37 रन बनाकर टीम को आसानी से लक्ष्य का पीछा करने के लिए तैयार कर दिया. बारिश और छोटे लक्ष्यों का पीछा करने के संयोजन ने उन्हें त्रिशा के बराबर रन बनाने के मामले में पीछे कर दिया है. फिर भी, 30 से कम की औसत से 89 रन के साथ, वह टूर्नामेंट में सातवीं सबसे शानदार बल्लेबाज हैं.
कप्तानी: निकी प्रसाद बनाम कायला रेनेके
इस टूर्नामेंट में अब तक निकी प्रसाद की कप्तानी की तारीफ हो रही है. प्रसाद ने भारत को कई मैचों में अपने शानदार प्रबंधन से जीत दिलाई. भारत की शीर्ष क्रम की बल्लेबाजी प्रभावशाली है, जिसका मतलब है कि मध्यक्रम के बल्लेबाजों को उतने अवसर नहीं मिले हैं. निकी ने श्रीलंका के खिलाफ त्रिशा के साथ 31 रन की साझेदारी में 11 रन बनाए और बांग्लादेश पर जीत हासिल करने के लिए दो गेंदों पर पांच रन बनाए. उनका मुख्य कार्य अपनी टीम का प्रबंधन करना रहा है.
इस बीच, दक्षिण अफ्रीका ने कायला रेनेके को एक्शन में काफी देखा है. वह बेहतरीन गेंदबाज रही हैं, जिन्होंने 7.6 की स्ट्राइक रेट से 10 विकेट लिए हैं. रेनेके ने बल्ले से भी अपना योगदान दिया है, खास तौर पर पिछले दो मैचों में, आयरलैंड के खिलाफ जीत में नाबाद 16 रन बनाए, इससे पहले सेमीफाइनल में 26 रन बनाकर उन्होंने सभी की नर्वसनेस को कम किया.
गेंदबाज: वैष्णवी शर्मा बनाम एश्ले वैन विक
फाइनल मुकाबले के दिन कौन से गेंदबाज अहम होंगे, यह कहना मुश्किल है. हालांकि, दोनों ही टीमें जानती हैं कि अगर उन्हें जीतना है, तो उन्हें स्पिनरों के प्रभाव को सीमित करना होगा. भारत के पास बाएं हाथ के धीमे गेंदबाजों की तिकड़ी है, जिसमें आयुषी शुक्ला और परुनिका सिसोदिया दोनों ने सेमीफाइनल में प्रभावित किया. हालांकि, 7.2 के शानदार स्ट्राइक रेट और तीन से कम की इकॉनमी रेट के साथ वैष्णवी शर्मा के 15 विकेटों की बराबरी कोई नहीं कर पाया है. इंग्लैंड द्वारा दबाव में डाले जाने के बाद भी, उन्होंने चार गेंदों में तीन विकेट लेकर वापसी की.
दक्षिण अफ्रीका के पास रेनेके हैं जो नियमित अंतराल पर विकेट ले रही हैं और उन्हें उम्मीद है कि एश्ले वैन विक सेमीफाइनल से लेकर फाइनल तक अपनी फॉर्म को बरकरार रख पाएंगी. सेमीफाइनल से पहले टूर्नामेंट में एश्ले के नाम एक भी विकेट नहीं था, लेकिन उन्होंने 17 रन देकर चार विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई पारी को समेट दिया. फाइनल में उनपर नजरें होंगी.