U19 World Cup 2022: यश धुल का लक्ष्य अगले डेढ़ साल में टीम इंडिया के लिए खेलना, बतायी संघर्ष की कहानी
विश्व कप जीतने के बाद यश धुल को ठीक से सोने का भी समय नहीं मिला है. उन्होंने कहा, मैं पिछले कुछ दिनों से मुश्किल से अपनी नींद पूरी कर पाया हूं.
इंग्लैंड को रौंदकर भारत को अंडर-19 (U19 World Cup 2022) का वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान यश धुल (Yash Dhull) ने अपना लक्ष्य तय कर लिया है. एक साक्षात्कार में धुल ने बताया कि अगले 18 साल में उनका लक्ष्य टीम इंडिया के लिए खेलना है.
वर्ल्ड कप जीतने के बाद ठीक से सो नहीं पाये यश धुल
विश्व कप जीतने के बाद यश धुल को ठीक से सोने का भी समय नहीं मिला है. उन्होंने कहा, मैं पिछले कुछ दिनों से मुश्किल से अपनी नींद पूरी कर पाया हूं. इसमें हालांकि ऐसा कुछ नहीं है जिसके बारे में मैं शिकायत कर सकता हूं. मैंने अब तक जो किया है वह बीत गया. अब मुझे इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि निकट भविष्य में क्या है.
Also Read: U19 World Cup 2022: वर्ल्ड कप जीतकर लौटी भारतीय टीम पर हुई पैसों की बरसात, बीसीसीआई ने किया सम्मानित
माता-पिता से दो महीने दूर रहे यश धुल, वर्ल्ड कप जीतकर लौटे तो केवल आधे घंटे ही हुई मुलाकात
विश्व चैम्पियन बनने के बाद पिछले दो दिनों में धुल ने वेस्टइंडीज से भारत पहुंचने और फिर सम्मान समारोह के लिए अहमदाबाद जाने के बाद राज्य की टीम से जुड़ने के क्रम में कितने विमान बदले , उन्हें यह भी याद नहीं. विश्व चैम्पियन बनने के सपने को पूरा करने के दौरान दो महीने तक परिवार से दूर रहे धुल को अपने माता-पिता से मुलाकात करने का सिर्फ आधे घंटे का समय मिला. धुल गुरुवार को तड़के दिल्ली पहुंचने के बाद अपने स्कूल बाल भवन पहुंचे जहां उन्होंने उन लोगों से मुलाकात की जिन्होंने सफल क्रिकेटर बनने में उनकी मदद की थी. इसके दो घंटे के बाद उन्हें रणजी टीम के साथ गुवाहाटी रवाना होना था. स्कूल और एयरपोर्ट के बीच धुल को अपने घर में सिर्फ नहाने और तैयार होने का समय मिला.
कोहली-उन्मुक्त चंद के बाद वर्ल्ड कप जीतने वाले दिल्ली के तीसरे कप्तान बने यश धुल
धुल विराट कोहली और उन्मुक्त चंद के बाद इस खिताब जीतने वाले दिल्ली के तीसरे कप्तान हैं. कोहली ने इस कारनामे के बाद सफलता के शिखर को छुआ तो वहीं चंद का करियर ग्राफ ज्यादा आगे नहीं बढ़ सका. धुल से जब पूछा गया कि विश्व कप सफलता के बाद शीर्ष स्तर पर असफलता का डर है तो उन्होंने कहा, आपने जो नाम (कोहली और चंद) लिए हैं, मैं उस तरह से कुछ नहीं सोच रहा हूं. मैं विनम्र रहना चाहता हूं और भविष्य के बारे में ज्यादा सोचना नहीं चाहता हूं. उन्होंने कहा, विराट भाई ने मेरे साथ अपना अनुभव साझा किया कि अंडर-19 विश्व कप (2008) के बाद उनके साथ क्या हुआ था.