अंपायर रूडी कर्टजन का निधन, वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट कर दी भावुक श्रद्धांजलि, कही यह बात
दक्षिण अफ्रीका के महान अंपायर रूडी कर्टजन का निधन हो गया है. पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने उनको श्रद्धांजलि दी है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि वे महान अंपायर थे और खिलाड़ियों के साथ काफी सहज थे. सहवाग ने उनके साथ बिताये पुराने दिनों को भी याद किया.
दक्षिण अफ्रीका के महान अंपायर रूडी कर्टजन का मंगलवार को निधन हो गया. रिवरसेल के पास आमने-सामने की टक्कर में मशहूर मैच अधिकारी और तीन अन्य लोगों की मौत हो गयी. कर्टजन के बेटे रूडी कर्टजन जूनियर ने अल्गोआ एफएम न्यूज को इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह अपने कुछ दोस्तों के साथ एक गोल्फ टूर्नामेंट में गये थे और उनके सोमवार को वापस आने की उम्मीद थी. लेकिन वे नहीं लौटे.
वीरेंद्र सहवाग ने दी श्रद्धांजलि
रूडी के निधन की खबर पर भारत के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने सबसे पहले इस महान अंपायर को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ओम शांति, उनके परिवार के प्रति संवेदना. उनके साथ बहुत अच्छे संबंध थे. जब भी मैं एक रैश शॉट खेलता था, तो वह मुझे यह कहते हुए डांटते थे, समझदारी से खेलो, मैं तुम्हारी बल्लेबाजी देखना चाहता हूं. वह अपने बेटे (जारी) के लिए एक विशेष ब्रांड का क्रिकेट पैड खरीदना चाहते थे.
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सहवाग ने दिया था यह गिफ्ट
एक अन्य ट्वीट में सहवाग ने कहा, और मुझसे इस क्रिकेट पैड के बारे में पूछा था. मैंने उन्हें उपहार दिया और वह बहुत खुश हुए थे. एक सज्जन और बहुत ही अद्भुत व्यक्ति थे. रूडी आपको याद करेंगे. ओम शांति. कर्टजन ने 1992 में अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में अंपायरिंग की थी. 1997 में, उन्हें तब पूर्णकालिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) अंपायर के रूप में नियुक्त किया गया था. वह स्टीव बकनर के बाद 200 से अधिक एकदिवसीय और 100 टेस्ट मैचों में अंपायरिंग करने वाले दूसरे अंपायर बन गये थे.
And enquired about it from me. I gifted him and he was so grateful . A gentleman and a very wonderful person. Will miss you Rudi. Om Shanti pic.twitter.com/gdSHGOoYg8
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 9, 2022
रूडी ने 2010 में छोड़ी अंपायरिंग
उन्होंने 2003 और 2007 विश्व कप फाइनल में तीसरे अंपायर के रूप में भी काम किया था. उन्होंने 2010 में अपने अंपायरिंग करियर को छोड़ दिया. अंपायर के रूप में उनका आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच टेस्ट था.