इशान किशन (Ishan Kishan) ने विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में मध्य प्रदेश के खिलाफ 94 गेंदों पर 173 रनों की कप्तानी पारी खेली है. इसके दम पर झारखंड ने वनडे क्रिकेट में सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. इंदौर के होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में झारखंड ने 50 ओवरों में रिकॉर्ड 422/9 रन बनाये. मध्य प्रदेश की टीम 18.4 ओवरों में 98 रनों पर सिमट गयी. वरुण आरोन ने छह विकेट चटकाये.
इशान किशन ने शनिवार को दिन में विजय हजारे ट्रॉफी में 173 रन की तूफानी पारी खेल झारखंड को सबसे बड़ी जीत दिलायी. शाम हुआ, तो उन्हें इसका इनाम भी मिला. मार्च में घरेलू मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेले जानेवाले टी-20 के लिए वे भारतीय टीम में चुने गये. झारखंड टीम के कप्तान इशान किशन ने आइपीएल में शानदार प्रदर्शन कर सबका ध्यान खींचा था, लेकिन मौका अब मिला है. टी-20 सीरीज 12 से 20 मार्च तक अहमदाबाद में खेली जायेगी.
सुबह में मध्य प्रदेश के खिलाफ 173 रन की पारी के बाद शाम को भारतीय क्रिकेट टीम में चयन को लेकर झारखंड टीम के कप्तान इशान किशन ने प्रभात खबर से विशेष बातचीत की. उन्होंने कहा कि देश के लिए खेलना गर्व की बात है और सीनियर टीम में शामिल होने का सपना अब पूरा हुआ. इशान ने कहा कि वह भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान रह चुके हैं और इंडिया ए टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं, लेकिन सीनियर टीम में विराट, रोहित जैसे खिलाड़ियों के साथ खेलने से उन्हें कुछ नया सीखने को मिलेगा.
विजय हजारे ट्रॉफी में शनिवार को खेली गयी शतकीय पारी के बारे में उन्होंने बताया कि अपनी पारी को वह दोहरे शतक में बदल नहीं सके, इसका उन्हें मलाल रहेगा. वह जब पवेलियन लौटे, तब उन्हें पता चला कि लिस्ट ए मैचों में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड संजू सैमसन (212) के नाम है. इशान ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उनकी पारी की बदौलत झारखंड ने विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में रिकॉर्ड स्कोर बनाया.उनके आदर्श कौन हैं, इस पर इशान ने कहा : धौनी भैया मेरे आदर्श हैं. उन्होंने कहा कि उन्ही से प्रेरणा लेकर वह भी कूल कप्तान बनना चाहते हैं. अपनी आक्रामक पारी के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें किसी गेंदबाज से डर नहीं लगता, इसीलिए वह बेफिक्र होकर बल्लेबाजी करते हैं.