विराट कोहली ने रचा इतिहास, वनडे क्रिकेट में तोड़ा सचिन तेंदुलकर का वर्ल्ड रिकॉर्ड
विराट कोहली ने गुरुवार को श्रीलंका के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में सचिन तेंदुलकर का एक और रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है. मैच में उन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में 1000 रन का आंकड़ा पार कर लिया है. ऐसा उन्होंने 8 बार किया है.
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने अपने करियर में एक और उपलब्धि हासिल कर ली है. उन्होंने सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. विराट ने श्रीलंका के खिलाफ वर्ल्ड कप के मैच में इस कैलेंडर वर्ष में 1000 रन पूरे कर लिए.
यह आठवीं बार है जब विराट ने किसी एक कैलेंडर वर्ष में 1000 या उससे अधिक रन बनाए हों. इससे एक कम सात बार सचिन तेंदुलकर ने एक कैलेंडर वर्ष में 1000 या उससे अधिक रन बनाए हैं. विराट ने सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.
एक कैलेंडर वर्ष में सबसे अधिक बार 1000+ वनडे रन
8 – विराट कोहली (2011-14, 2017-19, 2023)*
7 – सचिन तेंदुलकर (1994, 1996-98, 2000, 2003, 2007)
तेंदुलकर ने साल 1994, 1996, 1997, 1998, 2000, 2003 और 2007 में वनडे क्रिकेट में 1000 रन से अधिक बनाये थे. जबकि कोहली ने 2011, 2012, 2013, 2014, 2017, 2018, 2019 और 2023 में इस उपलब्धि को अपने नाम किया.
विराट कोहली गुरुवार को सचिन के एक और रिकॉर्ड की बराबरी करने से चूक गए. वह 86 रन बनाकर आउट हुए. आज दर्शकों को उम्मीद थी कि विराट अपना 49वां वनडे शतक जड़, सचिन के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे.
श्रीलंका के कप्तान कुसल मेंडिस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. भारत की शुरुआत खराब रही और रोहित शर्मा जल्दी आउट हो गए. लेकिन उसके बाद शुभमन गिल और विराट कोहली ने भारत की पारी को संवारा.
दोनों के बीच 150 से अधिक रनों की साझेदारी हुई. कोहली ने जहां 88 रन बनाने के लिए 11 चौके लगाए, वहीं शुभमन गिल ने 92 गेंद पर 11 चौके और 2 छक्के की मदद से 92 रन बनाए.
भारतीय क्रिकेट टीम अब तक इस टूर्नामेंट में अपराजित है. छह मैचों में छह जीत के साथ भारत अंक तालिका में दूसरे नंबर पर है. जबकि श्रीलंका संघर्ष कर रही है, उसने अपने छह मैचों में से केवल दो मैच जीते हैं.
श्रीलंका के कप्तान कुसल ने टॉस के के बाद कहा कि हम पहले गेंदबाजी करेंगे. मुझे लगता है कि दूसरे हिस्से में पिच बल्लेबाजी के लिए बेहतर होगी. पिछले कुछ मैचों में सभी ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है. उम्मीद है कि वे आज भी ऐसा ही जारी रखेंगे.
अपने बचपन के मैदान पर विश्व कप मैच में पहली बार भारत का नेतृत्व कर रहे भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि रोशनी के तहत हमारे तेज गेंदबाजों को अच्छी सहायता मिलेगी. टीम का नेतृत्व करने का एक शानदार क्षण है. हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने प्रदर्शन से प्रभावित न हों. टीम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.