Virat Kohli: भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली रणजी ट्रॉफी के दूसरे सीजन में खेल सकते हैं. लेकिन उन्होंने अपनी उपलब्धता दूसरे मैच के लिए पेश की है. इसका कारण उनके नेक स्प्रेन को बताया गया. नेक स्प्रेन यानी गर्दन की मोच के कारण विराट घरेलू क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं. दिल्ली को 23 जनवरी से शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी के दूसरे सीजन में सौराष्ट्र के विरुद्ध खेलना है. इस मैच के लिए दिल्ली टीम की कमान आयुष बडोनी के हाथों में रहेगी और इसी मैच में ऋषभ पंत की भी घरेलू क्रिकेट में वापसी होगी. लेकिन विराट! कोहली ने 30 जनवरी के रेलवे के खिलाफ नई दिल्ली में होने वाले मैच के लिए हामी भर दी है. लेकिन विराट की गर्दन में चोट कैसे लगी. सोशल मीडिया ने इसका कारण खोज लिया है.
विराट कोहली पिछले साल टेस्ट मैचों में बुरी तरह नाकाम रहे. उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों में 15.50 की औसत से 93 रन बनाए. इस दौरान पहले मैच में विराट दो बार विकेट के पीछे आउट हुए. भयावह रूप से समाप्त हुई सीरीज में भारत अपने क्रिकेट इतिहास में पहली बार 3 या उससे ज्यादा मैचों क्लीन स्वीप से हारा. इसके बाद 22 नवंबर से भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा शुरू हुआ, जिसमें भारतीय टीम 1-3 से हार गई. इस दौरान विराट कोहली 5 मैचों की 9 पारियों में 23.75 की औसत से केवल 190 रन बना सके. लेकिन दुर्भाग्य कहें या नजर लगी, विराट इस दौरान 8 पारियों में विकेट के पीछे आउट हुए. सोशल मीडिया ने कोहली के इसी प्रदर्शन को निशाना बनाते हुए तंज किया कि विराट बार-बार आउट होने के बाद पीछे देखने के लिए मुड़ रहे थे, इस वजह से उनकी गर्दन में मोच आई है. देखें लोगों का रिएक्शन-
एक यूजर ने तंज करते हुए कहा, “जबकि अन्य लोग फॉर्म में वापस आने के लिए रणजी ट्रॉफी का उपयोग करते हैं, विराट कोहली इसे अपने तरीके से करते हैं। GOAT! विराट कोहली की गर्दन में मोच आ गई थी, और उन्हें इंजेक्शन लेना पड़ा. आपको बता दें कि विराट ने बीसीसीआई को इस बाबत सूचित किया था, कि उनकी गर्दन में मोच आई है और उन्होंने इस दर्द से निपटने के लिए इंजेक्शन लिया है.
दिल्ली के कोच सरनदीप सिंह ने बताया कि विराट ने दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) को अपनी उपलब्धि रेलवे के मुकाबले के लिए की है. विराट 13 साल बाद घरेलू क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं. उन्होंने 2012 में गाजियाबाद में उत्तर प्रदेश के खिलाफ मैच खेला था. उस मैच में विराट ने पहली पारी में 14 और दूसरी पारी में 43 रन बनाए थे. उस मैच में विराट के अलावा टीम इंडिया के 6 खिलाड़ियों ने शिरकत की थी. वीरेंद्र सहवाग, सुरेश रैना, इशांत शर्मा और वर्तमान कोच गौतम गंभीर. ईएसपीएन ने उस ‘ऐतिहासिक मैच’ के लिए एक्स पर एक थ्रेड बनाया है.
विराट समेत भारतीय टीम के सभी खिलाड़ियों को रणजी समेत घरेलू क्रिकेट खेलने की सलाह दी गई थी. लेकिन न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम की बुरी हार ने बीसीसीआई को 10 सूत्री नियम बनाने पर मजबूर कर दिया. इसमें खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भाग लेना आवश्यक कर दिया. इससे छूट तभी मिल सकेगी, जब मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर अनुमित दें. अनुशासनहीनता करने पर दंड के रूप में पैसों से भरपूर आईपीएल जैसी लीग से हाथ धोना पड़ सकता है. श्रेयस अय्यर और ईशान किशन ने यही रुख अपनाया था, जिसके बाद दोनों को सेंट्रल कांट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था. अब बीसीसीआई की सख्ती रंग ला रही और सभी खिलाड़ी अपने राज्य की टीम से मैच खेलने के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि कर चुके हैं.