Virat Kohli: ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अपने खिलाड़ियों पर पूरी तरह सख्त हो गया है. सभी खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलना आवश्यक कर दिया गया है. इसके साथ ही अगले दौरों के लिए 10 सूत्री नियम भी बना दिए गए हैं. बीसीसीआई ने यह भी कहा कि इन नियमों की अवहेलना करने पर खिलाड़ियों को दंड भी दिया जा सकता है. इसके बाद रोहित शर्मा ने नेट्स पर तैयारी करने के बाद मैदान पर भी उतरे हालांकि यह अभ्यास मैच ही था. रोहित के बाद विराट कोहली के भी रणजी ट्रॉफी मैच में सौराष्ट्र के खिलाफ उतरने की संभावना थी, लेकिन अब यह रिपोर्ट आ रही है कि वे संभवतः 23 जनवरी से शुरू हो रहे मुकाबले में शामिल न हो पाएं.
23 जनवरी से सौराष्ट्र के खिलाफ दिल्ली के आगामी रणजी ट्रॉफी मैच होना है. लेकिन इस मैच में विराट कोहली की भागीदारी को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार विराट की गर्दन में मोच आ गई है और उन्होंने इससे बचने के लिए इंजेक्शन भी लिया है. हालांकि, दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) का कहना है कि उन्हें अभी तक कोई अपडेट नहीं मिला है. रिपोर्ट के अनुसार एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा, “संभावना है कि वह बचे हुए दो रणजी ट्रॉफी मैचों में से पहले मैच में नहीं खेलेंगे और अगर डीडीसीए चयनकर्ताओं को अपडेट दिया जाता है तो तस्वीर साफ हो सकती है.”
उपलब्धता के आधार टीम में शामिल हो सकते हैं कोहली
विराट कोहली ने आखिरी बार 2012 में घरेलू क्रिकेट में भाग लिया था. बीसीसीआई की सख्त हिदायत के बाद विराट के दिल्ली टीम से जुड़ने की संभावना थी. रिपोर्ट के अनुसार फिलहाल, कोहली के किसी न किसी चरण में दिल्ली की टीम में शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. अगर वह सौराष्ट्र के खिलाफ मैच शुरू होने से पहले राजकोट में टीम के साथ ट्रेनिंग करते हैं तो यह कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी. दिल्ली की टीम 20 जनवरी को रवाना होगी और मैच शुरू होने से पहले दो ट्रेनिंग सेशन होंगे. विराट कोहली को उपलब्धता के आधार पर टीम में शामिल किया जा सकता है. वे 21-21 जनवरी को टीम के साथ ट्रेनिंग कर सकते हैं.
कोहली अगर ठीक रहते हैं तो राजकोट में होने वाले अभ्यास में भी शामिल हो सकते हैं. इस सीरीज के लिए ऋषभ पंत ने सौराष्ट्र के खिलाफ मैच के लिए पहले ही हां कर दी है. DDCA अधिकारी घरेलू मैदान पर रेलवे के खिलाफ आखिरी मैच में भी उनके शामिल होने की संभावना जता रहे हैं.
बीसीसीआई नियमों में छूट केवल अगरकर की अनुमित से मिलेगी
बीसीसीआई के दिशा-निर्देशों के अनुसार, राष्ट्रीय टीम में चयन और सेंट्रल कांट्रैक्ट में बने रहने के लिए खिलाड़ियों के लिए घरेलू मैचों में भाग लेना जरूरी है. यह नीति सुनिश्चित करती है कि खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट के इकोसिस्टम से जुड़े रहें. प्रतिभा विकास को बढ़ावा दें, मैच फिटनेस बनाए रखें और समग्र घरेलू ढांचे को मजबूत करें. इससे युवा खिलाड़ियों को अनुभवी क्रिकेटरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलता है. खिलाड़ियों को इससे छूट मिल सकती है, अगर उन्हें कोई चोट लगी हो या असाधारण परिस्थितियों में अपवाद हो सकते है और यह छूट केवल तभी मिल सकती है जब चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर की अनुमति हो. विराट की समस्या ऐसी है कि उन्हें इससे छूट मिल सकती है.