एशिया कप 2022 (asia cup 2022) में अब चंद दिन शेष रह गये हैं. भारत अपने अभियान की शुरुआत 28 अगस्त को अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगा. एशिया कप में भारत के शानदार प्रदर्शन के लिए रन मशीन विराट कोहली का फॉर्म में वापस लौटना बेहद जरूरी है. खुद विराट कोहली अपने खराब फॉर्म को लेकर चिंतित हैं. हालांकि उनका मानना है कि वह बहुत जल्द फॉर्म में लौट आयेंगे. पूर्व भारतीय कप्तान ने लगभग तीन वर्षों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोई शतक नहीं लगाया है.
एशिया कप के लिए पूरी तरह से तैयार हैं विराट कोहली
कोहली अब एशिया कप के लिए तैयार हैं और वे जानते हैं कि उन्हें इन उतार-चढ़ाव से भी मुकाबला करना होगा जो कि एक खिलाड़ी के जीवन का हिस्सा होते हैं. उन्होंने कहा, मैं जानता हूं कि उतार-चढ़ाव आते हैं, और जब मैं इस चरण से बाहर आता हूं, तो मुझे पता होता है कि मैं अपने खेल में कितनी निरंतरता रख सकता हूं. मेरे अनुभव मेरे लिए अमूल्य हैं.
परिस्थितियों से मुकाबला किये बिना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतनी लंबी राह तय नहीं करता : कोहली
विराट कोहली अपने करियर में कभी इतने लंबे समय तक खराब फॉर्म से नहीं रहे लेकिन उनका मानना है कि अगर उनके पास प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझने की क्षमता नहीं होती तो वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतना लंबा सफर तय नहीं कर पाते.
कोहली ने कहा- मैं स्वयं पर दबाव नहीं बनाना चाहता
कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम गेम प्लान में कहा, मैं जानता हूं कि मेरा खेल किस स्तर पर है और आप विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला और विभिन्न तरह की गेंदबाजी का सामना करने की क्षमता के बिना अंतरराष्ट्रीय करियर इतना लंबा नहीं खींच सकते. इसलिए यह मेरे लिए प्रक्रिया का आसान चरण है लेकिन मैं इसका स्वयं पर दबाव नहीं बनाना चाहता हूं.
आउट होने का तरीका एक जैसा नहीं है तो अच्छी बात : कोहली
इसके बाद उन्होंने 2014 के इंग्लैंड दौरे में आउट होने के तरीकों पर बात की और तकनीकी खामियों में सुधार के बाद 2018 के दौरे में लगभग 600 रन बनाए. कोहली ने कहा, इंग्लैंड में मैं एक तरह से ही आउट हो रहा था. वह ऐसा था जिस पर मैं काम कर सकता था और जिससे मुझे बाहर निकलना था. अभी ऐसी कोई बात नहीं है जिसे आप कह सको कि समस्या यहां हो रही है. कोहली हाल में हर तरीके से आउट हुए. उन्होंने उठती गेंदों, फुल लेंथ गेंदों, स्विंग गेंदों, कटर, ऑफ स्पिन, लेग स्पिन और बाएं हाथ से की गई स्पिन गेंदों पर अपने विकेट गंवाए. कोहली को लगता है कि अगर आपका आउट होने का तरीका एक जैसा नहीं है तो अच्छी बात होती है.