विराट कोहली को भारी पड़ेगा रणजी ट्रॉफी से भागना, करियर खत्म होने में नहीं लगेगा टाइम!

Ranji Trophy: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. बीसीसीआई ने अपने सीनियर खिलाड़ियों को घरेलू सर्किट में खेलने का निर्देश दिया है, इसके बावजूद कई खिलाड़ी इससे दूर हैं. इनमें एक नाम कोहली का भी है. उन्होंने आखिरी बार 2012 में रणजी खेला था.

By AmleshNandan Sinha | January 14, 2025 9:43 PM

Ranji Trophy: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में बल्ले से खराब प्रदर्शन के बाद लगातार आलोचना का शिकार हो रहे हैं. बात केवल प्रदर्शन की नहीं है. वह राष्ट्रीय नेतृत्व में भी अपने हिसाब से टीम से साथ जुड़ते और हटते हैं. ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर पूरी तरह से फेल होने के बाद पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने सीनियर खिलाड़ियों को चेतावनी देते हुए बीसीसीआई को सलाह दी थी कि उन्हें ‘सुपरस्टार कल्चर’ से बाहर निकलना होगा. बीसीसीआई ने कई बार दोहराया है कि सीनियर खिलाड़ियों को भी घरेलू क्रिकेट में खेलना होगा. अब चूंकि रोहित शर्मा और शुभमन गिल जैसे स्टार रणजी के लिए घरेलू टीम में लौट आए हैं, फैंस को विराट का बेसब्री से इंतजार है. विराट ने आखिरी बार 2012 में रणजी खेला था.

डीडीसीए के अधिकारी ने दिए विराट को लेकर बड़े संकेत

इस बीच, दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) अशोक शर्मा ने पुष्टि की कि विराट कोहली और ऋषभ पंत दोनों को आगामी रणजी ट्रॉफी मैचों के लिए प्रारंभिक टीम में शामिल किया गया है, लेकिन यह संभावना नहीं है कि उनमें से कोई भी खेलेगा. बता दें कि पंत इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज का हिस्सा नहीं हैं, जो 22 जनवरी से शुरू हो रहा है, जबकि रणजी का अगला सत्र 23 जनवरी से शुरू होने वाला है.

यह भी पढ़ें…

ईशान और अय्यर वाला हाल होगा रोहित और विराट का अगर…, बीसीसीआई मीटिंग में हुआ बड़ा फैसला

रोहित-कोहली को छोड़िए, इस स्टार ने सबसे पहले रणजी खेलने के लिए भरी हामी

मुंबई के रणजी कैंप से जुड़े रोहित शर्मा

अशोक शर्मा ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘विराट और ऋषभ दोनों के नाम संभावित खिलाड़ियों की सूची में हैं. रणजी ट्रॉफी कैंप चल रहा है. विराट को मुंबई के क्रिकेटरों से प्रेरणा लेनी चाहिए और जब भी वह उपलब्ध हों, उन्हें घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलना चाहिए. मुंबई में हमेशा से एक संस्कृति रही है, जहां उनके भारतीय खिलाड़ी जब भी उपलब्ध हों, रणजी मैचों के लिए आते हैं. उत्तर भारत में, खासकर दिल्ली में यह संस्कृति गायब है.’

गिल ने पंजाब की ओर से रणजी खेलने की जताई इच्छा

उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई ने यह भी कहा है कि खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट में भाग लेना चाहिए. मुझे लगता है कि विराट और ऋषभ को कम से कम एक मैच खेलना चाहिए, लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा करेंगे.’ शुभमन गिल ने कर्नाटक के खिलाफ पंजाब के आगामी रणजी ट्रॉफी छठे दौर के मैच के लिए भी अपनी उपलब्धता की पुष्टि की है. वहीं, रोहित भी मुंबई के कैंप से जुड़ गए हैं, लेकिन विराट का कोई अता-पता नहीं है.

रणजी नहीं खेलने की वजह से किशन और श्रेयस झेल रहे हैं सजा

पिछले साल घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने की वजह से विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हाथ धोना पड़ गया. वे दोनों अब तक राष्ट्रीय टीम में वापसी नहीं कर पाए हैं. कहीं ऐसा न हो कि विराट का यह अड़ियल रवैया उनके करियर को खत्म कर दे. भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है, ऐसे में खिलाड़ियों का व्यक्तिगत प्रदर्शन काफी मायने रखेगा. अब यह देखना मजेदार होगा कि टीम के स्टार खिलाड़ी घरेलू सर्किट में खेलते हैं या नहीं.

Next Article

Exit mobile version