कानपुर : बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ पूरी तरह समझते हैं कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जो अपने टेस्ट करियर के अंतिम पड़ाव पर हैं. लेकिन पूर्व सलामी बल्लेबाज रविवार को कोई निश्चित जवाब नहीं दे सके कि न्यूजीलैंड के खिलाफ अगले टेस्ट में कप्तान विराट कोहली के लौटने पर कौन सा खिलाड़ी अंतिम एकादश से बाहर होगा.
श्रेयस अय्यर के पदार्पण टेस्ट में 105 और 65 रन बनाने के बाद इस मुंबई के खिलाड़ी को विराट कोहली के आने के बाद बाहर नहीं रखा जा सकेगा. इससे जाहिर है राठौड़ को तीन दिसंबर से शुरू होने वाले मुंबई टेस्ट से पहले पुजारा और रहाणे की फॉर्म के बारे में सवालों का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आप शीर्ष क्रम से योगदान चाहते हो लेकिन जिन क्रिकेटर (पुजारा और रहाणे) का आपने जिक्र किया, वे 80 (रहाणे 79) और 90 टेस्ट (पुजारा 91 टेस्ट) खेल चुके हैं.
राठौड़ ने कार्यवाहक कप्तान रहाणे (19.57) के 20 से कम और उप कप्तान पुजारा के 30.42 के 2021 टेस्ट औसत का बचाव करते हुए कहा कि निश्चित रूप से इतने सारे मैच खेलकर उन्होंने हमारे लिए अच्छा किया होगा. उन्होंने कहा कि हम समझते हैं कि दोनों इस समय खराब दौर (फॉर्म) से गुजर रहे हैं लेकिन हम समझते हैं कि बीते समय में वे हमारे लिये बहुत बहुत महत्वपूर्ण पारियां खेल चुके हैं. हमें पूरा भरोसा है कि वे वापसी करेंगे और हमारे लिए महत्वपूर्ण पारियां खेलेंगे.
लेकिन एक खिलाड़ी को फॉर्म में वापसी के लिए कितने टेस्ट दिये जा सकते हैं 15 या 20? तो उन्होंने कहा कि इसके लिए संख्या निश्चित नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि आप इसके लिए संख्या निश्चित कर सकते हो. यह निर्भर करता है कि किस स्थिति में है और टीम को क्या करने की जरूरत है.
तो यह पूछने पर कि कोहली के आने के बाद मुंबई टेस्ट के लिए किसे बाहर किया जायेगा? उन्होंने कहा कि कप्तान वापसी कर रहा है, यह अगले मैच में होगा, जब हम मुंबई पहुंचेंगे, इस पर फैसला करेंगे. अभी ध्यान इस मैच पर है, इसमें एक दिन बचा है और मैच जीतना होगा. जब मुंबई पहुंचेंगे, तब इस पर बात करेंगे.