Watch: शतक जड़ने के बाद यशस्वी जायसवाल को कप्तान रोहित शर्मा ने लगाया गले, बचपन के कोच ने की जमकर तारीफ
युवा यशस्वी जायसवाल ने अपने डेब्यू टेस्ट में ही शतक जड़कर कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिये. जायसवाल वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में अब भी क्रीज पर जमे हुए हैं और अपनी पारी को और बड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं. जायसवाल ने अपने इस शतक को अपने करियर के लिए खास बताया.
टीम इंडिया के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में शानदार शतक जड़ दिया है. वह 17वें ऐसे भारतीय बल्लेबाज बन गये हैं, जिसने अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ा हो. कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे जायसवाल क्रीज पर काफी सहज थे. उन्होंने रोहित शर्मा के साथ पहले विकेट के लिए 229 रनों की साझेदारी की. शतक पूरा करने के बाद जायसवाल खुशी से झूम उठे और ननस्ट्राइक पर मौजूद कप्तान रोहित ने उन्हें गले लगा लिया. जायसवाल के शतक के थोड़ी ही देर बाद रोहित के बल्ले से भी 10वां टेस्ट शतक निकला, लेकिन इसके तुरंत बाद वह आउट हो गये. इसके बाद क्रीज पर आये शुभमन गिल भी जल्दी की पवेलियन लौट गये.
भारत ने बनायी 162 रनों की बढ़त
भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी करते हुए वेस्टइंडीज को पहली पारी में 150 के स्कोर पर समेट दिया. अनुभवी रविचंद्रन अश्विन ने पांच विकेट चटकाये. यह अश्विन का 33वां पांच विकेट था. जवाब में रोहित और यशस्वी जायसवाल ने भारत को शानदार शुरुआत दी और दोनों की जोड़ी ने टीम के लिए 229 रन जोड़े. दूसरे दिन दो विकेट गंवाने के बाद भी भारत मजबूत स्थिति में है. जायसवाल 143 रन बनाकर खेल रहे हैं. उनका साथ दूसरी छोर पर स्टार बल्लेबाज विराट कोहली दे रहे हैं. कोहली 36 रन बनाकर खेल रहे हैं. दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक भारत ने 312 रन बना लिये हैं. भारत ने वेस्टइंडीज पर 162 रनों की बढ़त ले ली है. वेस्टइंडीज की ओर से एलिक अथानेज और जोमेल वारिकन को एक-एक सफलता मिली है.
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शतक जड़कर भावुक हुए जायसवाल
डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ने के बाद यशस्वी जायसवाल ने कहा कि यह मेरे लिए एक भावनात्मक क्षण है. भारतीय टीम में मौके मिलना बहुत मुश्किल है. मैं सभी समर्थकों, टीम प्रबंधन और रोहित भाई को धन्यवाद देना चाहता हूं. पिच धीमी है और आउटफील्ड बहुत धीमी है, यहां बल्लेबाजी करना कठिन और चुनौतीपूर्ण था. यह का मौसम भी काफी गर्म था लेकिन मैं अपने देश के लिए कुछ करना चाहता था. बस गेंद-दर-गेंद खेलता रहा और अपने क्रिकेट का आनंद लेता रहा. जायसवाल ने कहा कि मुझे टेस्ट क्रिकेट पसंद है. मुझे यह चुनौती पसंद है. मैं उस स्थिति का आनंद लेता हूं जब गेंद स्विंग और सीम करती है. हमने हर चीज पर कड़ी मेहनत की है. मैं सिर्फ खुद को अभिव्यक्त करने के लिए निकला हूं. उन्होंने कहा कि मैं सभी का आभारी हूं. यह सिर्फ एक शुरुआत है और मैं आगे भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं.
यशस्वी भवः 💯
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जायसवाल के बचपन के कोच ने की तारीफ
डोमिनिका में 350 गेंदों में नाबाद 143 रन चुके यशस्वी जायसवाल एक बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे हैं. जायसवाल के शतक पर उनके बचपन के कोच ज्वाला सिंह ने उन्हें बधाई दी है. ज्वाला ने पीटीआई भाषा से कहा कि मैं उसे बढ़ता हुआ देखकर खुश हूं. मुझे लग रहा था कि वह अच्छी शुरुआत करेगा. उसने आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में भी चार अच्छे सीजन बिताए हैं. उसने ज्यादातर विश्व स्तरीय गेंदबाजों को काफी दबाव में खेला है. उनके पास शीर्ष गुणवत्ता वाले गेंदबाजों के साथ खेलने का विचार है. एक खिलाड़ी के रूप में, रन बनाने की आदत होना महत्वपूर्ण है. एक कोच के रूप में मैं हमेशा अपने खिलाड़ियों को गेंदबाज को नहीं बल्कि गेंद को देखना सिखाता हूं. उन्होंने कहा कि मैं अपने लड़कों को बताता हूं कि हमेशा नौ क्षेत्ररक्षक मैदान पर होते हैं. एक बल्लेबाज के रूप में आपको प्रत्येक गेंद का योग्यता के हिसाब से सामना करना होगा.
टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ने वाले चौथे मुंबई के बल्लेबाज बने जायसवाल
जायसवाल मुंबई के ऐसे चौथे बल्लेबाज बन गये हैं, जिसने भारत के लिए टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ा है. इससे पहले मुंबई के रोहित शर्मा, श्रेयस अय्यर और पृथ्वी शॉ ने टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ा है. ओवरऑल बात करें तो सबसे पहले टेस्ट डेब्यू में शतक जड़ने वाले भारतीय बल्लेबाज लाला अमरनाथ हैं. अमरनाथ ने इंग्लैंड के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी. इस क्लब में वीरेंद्र सहवाग और सौरव गांगुली जैसे दिग्गजों का भी नाम है. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने भी अपने डेब्यू टेस्ट में शतक जड़ा था. अब यह देखना मजेदार होगा कि शुक्रवार को तीसरे दिन जायसवाल अपनी पारी को कहां तक ले जाते हैं. वह दोहरा शतक जड़ने का प्रयास जरूर करेंगे.