IPL पर विवादित टिप्पणी करने वाले वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने लिया कमेंट्री से संन्यास
66 साल के होल्डिंग ने अपनी बढ़ती उम्र और क्रिकेट के बिजी शेड्यूल को देखते हुए कंमेंट्री छोड़ने का मन बनाया है.
इंडियन प्रीमियर लीग को क्रिकेट नहीं मानने वाले वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने क्रिकेट कमेंट्री से संन्यास की घोषणा कर दी है. क्रिकेट कमेंट्री में होल्डिंग एक जाने माने नाम हैं. उनकी आवाज का कायल हर क्रिकेटप्रेमी है. पिछले 20 सालों से होल्डिंग स्काय स्पोर्ट्स की कमेंट्री टीम का हिस्सा हैं. अब उन्होंने पेशेवर कमेंट्री छोड़ने की बात की है.
66 साल के होल्डिंग ने अपनी बढ़ती उम्र और क्रिकेट के बिजी शेड्यूल को देखते हुए कंमेंट्री छोड़ने का मन बनाया है. होल्डिंग 2021 के बाद से कंमेंट्री नहीं करेंगे. होल्डिंग वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर रहे हैं. उन्होंने अपने देश के लिए 60 टेस्ट मैच और 102 वनडे खेले हैं. दोनों प्रारूपों में उन्होंने 391 विकेट चटकाए हैं.
इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्हों कमेंट्री को अपना करियर बनाया था. जिस समय आईपीएल की शुरुआत हुई थी उस समय होल्डिंग ने इसकी कमेंट्री करने से यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि आईपीएल को क्रिकेट नहीं माना जा सकता. हालांकि होल्डिंग के इस बयान की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुए थी. कई दिग्गज क्रिकेटरों ने भी उनके बयान को सही नहीं ठहराया था.
होल्डिंग ने इसी साल अप्रैल में एक शो में कहा कि मुझे खुद पता नहीं कि मैं 2020 के बाद कितने दिनों तक कमेंट्री करूंगा. उन्होंने कहा कि अब मैं 66 साल का हो चुका हूं, मैं अब जवान नहीं हूं. इतने व्यस्त शेड्यूल में काम करने में कठिनाई होगी. उन्होंने स्काई के बारे में कहा कि मैं एक समय में एक वर्ष से अधिक के लिए प्रतिबद्ध नहीं हो सकता. यदि यह वर्ष पूरी तरह से नष्ट हो जाता है, तो मुझे 2021 के बारे में सोचना पड़ सकता है.
Also Read: IPL 2021 खेलने से किस टीम को टी-20 वर्ल्ड कप में होगा सबसे ज्यादा फायदा, जानें एक्सपर्ट की राय
उन्होंने कहा कि मैं स्काई से दूर नहीं जा सकता, यह, वह कंपनी है जिसने मेरे लिए इतना अच्छा किया है. 1987 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले होल्डिंग को उनके प्रसिद्ध व्यावहारिक विश्लेषण के लिए व्यापक रूप से सम्मानित किया गया था. जॉर्ज फ्लॉयड की मृत्यु के बाद खेल और समाज में नस्लवाद पर उनके विचार की दुनिया भर में प्रशंसा हुई थी.
Posted By: Amlesh Nandan.