भारत का ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वार्म अप मैच में मोहम्मद शमी को आखिरी ओवर में गेंद सौंपने का फैसला चौंकाने वाला रहा, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि यह रणनीति का हिस्सा था क्योंकि वह लंबे समय बाद वापसी करने वाले इस तेज गेंदबाज के सामने चुनौती रखना चाहते थे. शमी ने टी-20 विश्व कप के अभ्यास मैच में यह चुनौती स्वीकार की और तीन विकेट लेकर भारत को छह रन से जीत दिलायी. शमी को चोटिल जसप्रीत बुमराह की जगह टीम में शामिल किया गया है.
रोहित शर्मा ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो वह लंबे समय बाद वापसी कर रहा है, इसलिए हम उसे केवल एक ओवर देना चाहते थे. यह शुरू से ही हमारी रणनीति थी.’ उन्होंने कहा, ‘उसने डेथ ओवरों में गेंदबाजी की. हम जानते हैं कि नयी गेंद से वह कितना खतरनाक हो सकता है. हम उसे थोड़ा चुनौती देना चाहते थे कि वह डेथ ओवरों में गेंदबाजी करे और हमने देखा कि वह क्या कर सकता है.’
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भारत के पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्टूबर को होने वाले पहले मैच से पहले टीम के लिए गेंदबाजी चिंता का विषय है. रोहित गेंदबाजी में अधिक निरंतरता चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर सुधार की गुंजाइश है. हम सुधार की तरफ बढ़ रहे हैं लेकिन मैं गेंद को पिच कराने के मामले में अधिक निरंतरता चाहता हूं. आप जब घरेलू धरती पर खेल रहे होते हैं और फिर जब आप ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में खेलते हैं तो आपको अपनी रणनीति बदलनी पड़ती है और लेंथ में बदलाव करना होता है.’
रोहित ने कहा, ‘कई बार चीजों को सरल रखना और गेंद को तेजी से पटकना भी अच्छा विकल्प होगा. इस पर हम काम कर रहे हैं और गेंदबाजों से हमने इस पर बात की है लेकिन कुल मिलाकर यह हमारे लिए अच्छा मैच रहा. यह अच्छी पिच थी.’ उन्होंने कहा, ‘बीच में उन्होंने अच्छी साझेदारी निभायी जिससे हम पर थोड़ा दबाव बन गया था लेकिन हमारे आखिरी तीन चार ओवर अच्छे रहे.’
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भारतीय बल्लेबाजों ने तेजी और उछाल का पूरा फायदा उठाया और अच्छा स्कोर खड़ा किया. रोहित ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमने अच्छी बल्लेबाजी की और आखिर में 10 से 15 अधिक रन बनाने में सफल रहे. इस पर हम बात कर रहे थे. हम चाहते हैं कि जो बल्लेबाज पिच पर टिक गया है वह लंबे समय तक बल्लेबाजी करें और सूर्यकुमार यादव ने ऐसा किया.’