World Cup 2023: ‘ऐसा वर्ल्ड कप में नहीं चलेगा’, मैच जीतने के बाद भी नाराज दिखे रोहित, कह दी बड़ी बात
भारत और इंग्लैंड के बीच इकाना स्टेडियम में खेला गया मुकाबला इस वर्ल्ड कप के सबसे अप्रत्याशित और शानदार मुकाबलों में से एक रहा. शायद ही भारतीय टीम ने यह सोचा होगा कि 229 रन बनाने के बावजूद वह यह मुकाबला गत चैंपियन से 100 रनों के अंतर से जीतेगी.
भारत और इंग्लैंड के बीच इकाना स्टेडियम में खेला गया मुकाबला इस वर्ल्ड कप के सबसे अप्रत्याशित और शानदार मुकाबलों में से एक रहा. शायद ही भारतीय टीम ने यह सोचा होगा कि 229 रन बनाने के बावजूद वह यह मुकाबला गत चैंपियन से 100 रनों के अंतर से जीतेगी. लेकिन, ऐसा संभव हुआ. पर क्या इस प्रदर्शन से टीम मैनेजमेंट पूरी तरह खुश है, तो इसका जवाब है नहीं. और यह बात खुद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कबूल किया है कि भारतीय बल्लेबाजी उम्मीद पर खड़ी नहीं उतरी.
वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय टीम पहली बार टोटल सेट करने उतरी तो कप्तान रोहित शर्मा को छोड़ कर टॉप ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह धारासाई हो गई. हालांकि, बीच में रोहित को राहुल और सूर्यकुमार यादव का थोड़ा साथ मिला और अंत में बुमराह और कुलदीप के जुझारू अंदाज ने भारत को एक सम्मानजनक टोटल तक पहुंचाया. लेकिन, भारतीय बल्लेबाजों के आउट होने के तरीके पर जहां कई दिग्गजों ने भी सवाल किए वहीं, कप्तान ने भी इस बात को स्वीकार किया.
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ 100 रन की जीत के बावजूद स्वीकार किया कि उनके बल्लेबाजों ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया और टीम ने लगभग 30 रन कम बनाए. रोहित शर्मा ने मैच के बाद कहा कि मुझे लगता है कि इस मैच में हमने काफी जज्बा दिखाया. सभी अनुभवी खिलाड़ी सही समय पर जिम्मेदारी से खेले और मैच जिताया. हम जानते थे कि पिच में मदद है और हमारी गेंदबाजी में अनुभव है इसलिए हम एक अच्छे स्कोर तक पहुंचना चाहते थे.
आगे उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. पहले पावरप्ले में तीन विकेट खोना आदर्श स्थिति नहीं है. फिर आपको एक लंबी साझेदारी की जरूरत थी जो हमने की लेकिन फिर हमने विकेट खो दिए जिसमें मेरा विकेट भी शामिल था. समग्र तस्वीर को देखते हुए मुझे लगता कि हम 30 रन पीछे रह गए.’ रोहित ने कहा कि तीन विकेट जल्दी गंवाने के बाद साझेदारी बनाना महत्वपूर्ण था और परिस्थिति के अनुसार खेलना था.
उन्होंने कहा, ‘शुरुआती 10 ओवर के बाद साझेदारी बनाना महत्वपूर्ण था. आपको सिर्फ अपने शॉट ही नहीं बल्कि परिस्थिति के अनुसार भी खेलना होता है. यदि आपके पास अनुभव है तो आपको इसका उपयोग करना चाहिए. नई गेंद का सामना करना थोड़ी चुनौतीपूर्ण था लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता गया, गेंद नरम होती गई और स्ट्राइक रोटेट करना आसान नहीं था.’
भारत के गेंदबाजों ने हालांकि शानदार प्रदर्शन किया और 230 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम मोहम्मद शमी (22 रन पर चार विकेट), जसप्रीत बुमराह (32 रन पर तीन विकेट) और कुलदीप यादव (24 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 34.5 ओवर में 129 रन पर ढेर हो गई.