विश्व कप 2023: अभी तक लगे सबसे अधिक शतक, बना नया वर्ल्ड रिकॉर्ड
विश्व कप 2023 में कई रिकॉर्ड बन रहे हैं तो वहीं, कई पुराने रिकॉर्ड टूट रहे हैं. इस विश्व कप में सारी टीमों के बल्लेबाजों ने मिलकर शतकों की झड़ी लगा दी. इतने शतक लगे कि एक नया रिकॉर्ड बन गया.
भारत की धरती पर खेले जा रहे विश्व कप 2023 के सभी मुकाबले समाप्त हो गए हैं. 19 नवंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व कप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. भारतीय टीम का प्रदर्शन विश्व कप में शानदार रहा है. भारतीय टीम पूरी तरह से बैलेंस नजर आ रही है. भारत ने अजय रहते हुए इस मुकाबले को पार किया है. विश्व कप के दौरान कई पुराने रिकॉर्ड टूटे और नए रिकॉर्ड बने. विराट कोहली ने शतकों का अर्धशतक लगाया तो सारी टीमों के बल्लेबाजों ने मिलकर शतकों की झड़ी लगा दी. इतने शतक बने कि एक नया रिकॉर्ड बन गया. विश्व कप 2023 से पहले किसी भी विश्व कप में इतने शतक नहीं लगे थे.
फाइनल मुकाबला अभी बाकी
विश्व कप का फाइनल मुकाबला अभी बाकी है. विश्व कप के लगभग सभी मुकाबलों में सभी टीम के बल्लेबाजों ने शतक जमाया है. विश्व कप में अभी तक कुल 39 शतक लग चुके हैं. फाइनल मुकाबले से पहले हुए 47 मुकाबले में 39 शतक लग चुके हैं. यह अब तक किसी भी वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में लगे शतकों का सबसे बड़ा आंकड़ा है. और अभी पिक्चर बाकी है. फाइनल में इस आंकड़े में और इजाफा हो सकता है. इन 39 शतकों में दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक ने सबसे अधिक 4 शतक जड़ें हैं. दूसरे स्थान पर भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली हैं. विराट और न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने इस विश्व कप में तीन-तीन विकेट लिए हैं. वहीं, गुरुवार को खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के घातक बल्लेबाज डेविड मिलर ने टूर्नामेंट का 39वां शतक लगाया.
विश्व कप 2015 का टूटा रिकॉर्ड
विश्व कप 2023 से पहले सबसे अधिक शतक पूर्व मीन खेले गए विश्व कप 2015 में लगा था. ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की मेजबानी में खेले गए विश्व कप 2015 में कुल 38 शतक लगे थे. विश्व कप का पहला मुकाबला साल 1975 में खेला गया था. इंग्लैंड में खेले गए इस विश्व कप में केवल छह शतक लगे थे. यह पढ़कर आपको जरूर लग रहा होगा कि ये विश्व कप का सबसे कम शतक होगा पर ऐसा नहीं है 1978 में खेले गए दूसरे विश्व कप में केवल दो शतक लगें थें. ये विश्व कप मुकाबला भी इंग्लैंड में खेला गया था. विजेता रही वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स और गॉर्डन ग्रीनिज के अलावा कोई और बल्लेबाज तिहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंच सकी थी.