पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह इस साल के अंत में भारत में होने वाले आईसीसी वनडे विश्व कप में देश की भागीदारी के सभी पहलुओं का आकलन कर रहा है. पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट संबंध दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण राजनीतिक संबंधों से प्रभावित हुए हैं. पिछले करीब एक दशक से राजनैतिक तनाव के कारण भारत और पाकिस्तान ने द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है.
एशिया कप 2023 के लिए भी बीसीसीआई ने पाकिस्तान का दौरा करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद एशियन क्रिकेट काउंसिल ने आधे से अधिक टूर्नामेंट की मेजबाजी श्रीलंका को दे दी. भारत अपने मैच श्रीलंका में खेलेगा. इसी वजह से पाकिस्तान टीम के भारत दौरे को लेकर भी संशय की स्थिति है. इस मुद्दे पर अब पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है.
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बता दें कि प्रमुख पाकिस्तानी राजनीतिक हस्ती बिलावल भुट्टो जरदारी, विदेश मंत्रियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पिछले महीने शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के लिए भारत के गोवा का दौरा किया था. यह नौ वर्षों में पहली बार था जब किसी वरिष्ठ पाकिस्तानी नेता ने भारत का दौरा किया था. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि पाकिस्तान का विचार है कि राजनीति को खेल के साथ नहीं जोड़ा जाना चाहिए.
बलूच ने गुरुवार को इस्लामाबाद में कहा कि पाकिस्तान में क्रिकेट न खेलने की भारत की नीति निराशाजनक है. हम विश्व कप में अपनी भागीदारी से संबंधित सभी पहलुओं का अवलोकन और मूल्यांकन कर रहे हैं, जिसमें पाकिस्तानी क्रिकेटरों की सुरक्षा स्थिति भी शामिल है. हम उचित समय पर पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) को अपने विचारों से अवगत करायेंगे. पाकिस्तान की भागीदारी को लेकर अनिश्चितता के कारण विश्व कप की तारीखों और स्थानों की अब तक घोषणा नहीं हुई है.