ऑस्ट्रेलियाई टीम के सपने में आज भी आते हैं क्लाइव लॉयड, जानिए कैसे वेस्टइंडीज को बनाया था वर्ल्ड चैंपियन
कैरेबियाई टीम ने पहला वर्ल्ड कप 1975 में अपने नाम किया. पहले वर्ल्ड कप फाइनल में वेस्टइंडीज का सामना ऑस्ट्रेलिया से हुआ. इस मुकाबले में कैरेबियाई कप्तान क्लाइव लॉयड ने तूफानी शतक लगाया.
क्रिकेट जगत का पहला वर्ल्ड कप साल 1975 में खेला गया. इस वर्ल्ड कप में कुल 8 टीमों ने हिस्सा लिया था. क्रिकेट जगत का यह वही दौर था जब वेस्टइंडीज की टीम का दबदबा पूरे वर्ल्ड क्रिकेट पर था. क्रिकेट के पहले वर्ल्ड कप में भी वेस्टइंडीज का यह दबदबा कायम रहा और कैरेबियाई टीम ने पहला वर्ल्ड कप 1975 में अपने नाम किया. पहले वर्ल्ड कप फाइनल में वेस्टइंडीज का सामना ऑस्ट्रेलिया से हुआ. इस मुकाबले में कैरेबियाई कप्तान क्लाइव लॉयड ने बल्ले से ऐसा तूफान मचाया की ऑस्ट्रेलियाई टीम ताश के पत्तों की तरह उड़ गई. इस पारी के बाद से क्लाइव लॉयड आज भी ऑस्ट्रेलियाई टीम के सपने में आते हैं.
फाइनल में लॉयड ने जड़ा शानदार शतक
1975 क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल में वेस्टइंडीज की टीम पहले बल्लेबाजी करने आई. कैरेबियाई टीम की शुरूआत ठीक नहीं रही और टीम के 3 विकेट 50 रन के भीतर गिर गए. इस समय तक ऐसा लगा कि फाइनल का मुकाबला कंगारू टीम आसानी से अपने नाम कर लेगी. पर इसके बाद बल्लेबाजी करने टीम के कप्तान सर क्लाइव लॉयड आए उन्होंने फाइनल मुकाबले में बल्ले से धमाल मचा दिया. लॉयड ने खिताबी मुकाबले में 85 गेंदों पर 102 रनों की शतकीय पारी खेली. अपनी पारी में लॉयड ने 12 चौके और 2 छक्के लगाए. फाइनल मुकाबले में कोई भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज लॉयड के सामने अपनी छाप नहीं छोड़ सका. लॉयड ने हर कंगारू गेंदबाज की जमकर धुनाई की. लॉयड की इसी पारी के दमपर वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 292 रनों का लक्ष्य रखा.
17 रन से फाइनल हारी थी ऑस्ट्रेलियाई टीम
292 रनों का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के तालमेल में बहुत गड़बड़ी देखने को मिली. फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के 5 बल्लेबाज रन आउट हुए. इन रन आउट में ईकान चैपल, ग्रेग चैपल और एलेन टर्नर जैसे बड़े नाम शामिल थे. ऑस्ट्रेलिया को खिताबी मुकाबले में यही रन आउट भारी पड़े और कंगारू टीम 274 रनों पर आलआउट हो गई और पहला वर्ल्ड कप हार गई.