दुनिया की सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर का 110 साल की उम्र में निधन, 2017 वर्ल्ड कप का बनी थीं गवाह
इलीन ऐश ने द्वितीय विश्व युद्ध से पहले और बाद में इंग्लैंड के लिये सात टेस्ट मैच खेले थे. उन्होंने 23 के औसत से 10 विकेट चटकाये थे. ऐश ने 1937 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण किया था और निधन के समय वह दुनिया की सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर थीं.
दुनिया की सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर इलीन ऐश का 110 साल की उम्र में निधन हो गया. इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने यह जानकारी दी.
इलीन ऐश ने द्वितीय विश्व युद्ध से पहले और बाद में इंग्लैंड के लिये सात टेस्ट मैच खेले थे. उन्होंने 23 के औसत से 10 विकेट चटकाये थे. इलीन ऐश ने 1937 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण किया था और निधन के समय वह दुनिया की सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर थीं.
वह 1949 में एशेज दौरे पर ऑस्ट्रेलिया गयी टीम का हिस्सा थीं. इसके अलावा उन्होंने घरेलू क्रिकेट में सिविल सर्विस वुमैन, मिडिलसेक्स वुमैन और साउथ वुमैन का प्रतिनिधित्व किया था.
Also Read: Ashes, 2021-22: रविंद्र जडेजा की मदद से एशेज जीतेगा इंग्लैंड ? जैक लीच वीडियो देख कर रहे तैयारी
ईसीबी ने एक बयान में कहा, इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड इलीन ऐश के 110 साल की उम्र में निधन से काफी दुखी है. लंदन में जन्मीं खिलाड़ी ने 2017 महिला विश्व कप फाइनल से पहले घंटी भी बजायी थी, जिसमें इंग्लैंड की टीम ने रोमांचक मुकाबले में भारत को हराया था.
अपने क्रिकेट करियर के अलावा ऐश ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान गुप्त खुफिया सेवा एमआई6 के लिये भी काम किया था. इंग्लैंड की पूर्व क्रिकेटर क्लेयर कोनोर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया जो ईसीबी की महिला क्रिकेट की प्रबंध निदेशक और मेरिलबोन क्रिकेट क्लब की अध्यक्ष भी हैं.
इलीन ऐश का करियर
इलीन ऐश ने इंग्लैंड के लिए 7 टेस्ट मैच खेली थीं. जिसमें उन्होंने 38 रन बनायी थीं, जिसमें उनका उच्चतम स्कोर 10 रन का रहा था. इलीन ऐश मध्यम क्रप की गेंदबाज थीं. उन्होंने 7 मैचों में कुल 10 विकेट चटकाये थे. जिसमें उनका शानदार प्रदर्शन 68 रन देकर 4 विकेट था.
इसके अलावा इलीन ऐश ने 22 फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी खेलीं, जिसमें उन्होंने 180 रन बनायीं और 32 विकेट चटकाये. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका बेस्ट गेंदबाजी 41 रन देकर 4 विकेट था. उन्होंने इंग्लैंड की ओर से आखिरी टेस्ट मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ 29 मार्च 1949 को खेली थीं.