इन पांच भारतीय खिलाड़ियों ने काटे हैं थाने के चक्कर, जानें क्या थी वजह
आज हम आपको उन पांच भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं. जिन्हें कई कारणों से थाने के चक्कर काटने पड़े हैं. चलिए जानते हैं कौन कौन से भारतीय खिलाड़ी इस सूची में शामिल हैं.
तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत के बारे में हम सभी जानते हैं. एस. श्रीसंत स्पॉट फिक्सिंग में जेल जा चुके हैं. जिसके बाद उनका क्रिकेट करियर ही खत्म गई गया. लेकिन कई अन्य भारतीय क्रिकेटर क्रिमिनल केस में पुलिस लॉकअप का सामना कर चुके हैं.
इनमें सबसे चर्चित नाम युवराज सिंह का है. पिछले साल युवराज पर रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव के दौरान लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल पर जातिवादी कमेंट करने के लिए केस दर्ज हुआ था.
युवराज को हिरासत में लिया गया था और फिर उन्हें जमानत करानी पड़ी थी. हालांकि बाद में युवराज ने सोशल मीडिया पर इसके लिए माफी मांग कर मामला खत्म कर दिया था.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को भी कोरोना महामारी के दौरान एक हरकत के लिए पुलिस हिरासत में रहना पड़ा था. दिसंबर 2020 में उन पर कोरोना प्रतिबंध तोड़ने का आरोप लगा था.
दरअसल कोरोना प्रतिबंधों के बावजूद सुरेश रैना मुंबई के ड्रैगनफ्लाई क्लब में एक पार्टी में शामिल हुए थे, जहां पुलिस की रेड में उन्हें भी अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया था.
दिग्गज क्रिकेटर के साथ ही सांसद भी रह चुके नवजोत सिंह सिद्धू को हत्या के मुकदमे का कई साल तक सामना करना पड़ा था, जिसमें उन्हें एक साल की जेल की सजा भी काटनी पड़ी थी.
नवजोत सिद्धू और उनके दोस्त का 1988 में पटियाला के एक मार्केट में एक अन्य व्यक्ति से झगड़ा हो गया था. सिद्धू ने उसे मुक्का मार दिया, जिससे बाद में उसकी मौत हो गई थी.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व घातक बल्लेबाज रहे विनोद कांबली और उनकी पत्नी भी मुंबई पुलिस की हिरासत में रह चुके हैं.
कांबली कपल के खिलाफ उनकी नौकरानी ने 2015 में वेतन मांगने पर मारपीट करने और गालियां देने का आरोप लगाया था. दोनों को IPC की कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया था.
भारतीय टीम के पूर्व लेग स्पिनर अमित मिश्रा क्रिकेट मैदान पर भी जोश के लिए जाने जाते हैं. लेकिन यही जोश उन्हें एक बार पुलिस हिरासत में पहुंच चुका है.
IPL में खेल रहे अमित मिश्रा को 2015 में बेंगलुरू पुलिस ने होटल में एक अन्य व्यक्ति के साथ मारपीट करने के लिए गिरफ्तार किया था. उन्हें जमानत पर रिहाई मिली थी.