नयी दिल्ली : मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन (50 किग्रा) और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा) ने शनिवार को चयन ट्रायल्स में शानदार जीत से राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय टीम में अपने स्थान पक्के किये. दो बार की स्ट्रांजा मेमोरियल स्वर्ण पदक विजेता निकहत ने हरियाणा की मीनाक्षी को सर्वसम्मत फैसले में 7-0 से हराया जबकि लवलीना ने इसी अंतर से रेलवे की पूजा को पराजित किया.
नीतू घंघास (48 किग्रा) और जैसमीन लंबोरिया (60 किग्रा) ने भी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए टीम में अपने स्थान पक्के किये. राष्ट्रमंडल खेल 28 जुलाई से आठ अगस्त तक बर्मिंघम में आयोजित किये जायेंगे. राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने का अनुभवी भारतीय मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम का सपना शुक्रवार को टूट गया जब घुटने में चोट लगने के बाद उन्हें 48 किग्रा के ट्रायल के बीच में ही हटने के लिए मजबूर होना पड़ा.
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छह बार की विश्व चैंपियन सेमीफाइनल के पहले राउंड में अपना बांया घुटना मुड़ा बैठीं. वह पिछले 2018 चरण में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बनी थीं. निकहत अपने मुकाबले के दौरान पूरी तरह नियंत्रण में दिखीं और उन्होंने रिंग का पूरा इस्तेमाल करते हुए दमदार मुक्के जड़े. पिछले महीने 52 किग्रा वर्ग में विश्व चैंपियन बनीं तेलंगाना की इस मुक्केबाज को नये भार वर्ग (50 किग्रा) में ज्यादा चुनौती नहीं मिली.
निकहत ने बाउट के बाद कहा कि मेरे लिए अपने प्रतिस्पर्धा में वापसी करना मुश्किल था क्योंकि विश्व चैंपियनशिप के बाद से मैंने अभ्यास नहीं किया था. मैं घर में थी और फिर बहुत सारे कार्यक्रमों में भाग लेना था. उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि मैंने यहां ट्रायल में जो खेल दिखाया है, वह मेरे विश्व चैंपियनशिप के खेल के स्तर का 50 प्रतिशत भी नहीं है, लेकिन फिर भी मैं अपने सभी विरोधियों को सर्वसम्मत निर्णय से हराने में कामयाब रही.
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विश्व चैंपियनशिप में खराब प्रदर्शन से उबरते हुए तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना को भी बर्मिंघम स्पर्धा में अपनी जगह बनाने के ज्यादा चुनौती नहीं मिली. विश्व चैंपियनशिप में दो बार की कांस्य पदक विजेता लवलीना ने कहा कि मैं खुश हूं कि मैं जीत गयी. मैंने इसके लिए विश्व चैंपियनशिप के बाद बहुत अभ्यास किया. मुझे अब अपना सौ प्रतिशत देना होगा. दो बार की पूर्व युवा विश्व चैंपियन नीतू ने खंडित फैसले में 2019 रजत पदक विजेता मंजू रानी पर 5-2 से जीत दर्ज की.
हरियाणा की मुक्केबाज का यह साल शानदार रहा है जिसमें उन्होंने इस साल स्ट्रांजा मेमोरियल में स्वर्ण पदक भी जीता. 2021 एशियाई युवा मुक्केबाजी चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता जैसमीन ने लाइट मिडिलवेट फाइनल में 2022 विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक विजेता परवीन हुड्डा को पराजित किया. भारत इन खेलों के 2018 सत्र में नौ पदक दूसरे स्थान पर रहा था. इसमें तीन-तीन स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक शामिल थे. इस आयोजन के लिए पुरुष टीम की घोषणा पहले ही हो गयी है.
महिला टीम इस प्रकार है
नीतू (48 किग्रा), निकहत जरीन (50 किग्रा), जैसमीन (60 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (70 किग्रा).
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