Grand Prix 2024: बोरगोहेन ने मुक्केबाजी में जीता रजत, इंग्लैंड की चैंटल रीड को हराया

Grand Prix 2024: टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने चेक रिपब्लिक में ग्रैंड प्रिक्स 2024 में महिलाओं के 75 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता. राउंड-रॉबिन टूर्नामेंट में उन्होंने इंग्लैंड की चैंटल रीड के खिलाफ जीत दर्ज की.

By Vaibhaw Vikram | June 16, 2024 12:20 PM

Grand Prix 2024: टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने चेक रिपब्लिक में ग्रैंड प्रिक्स 2024 में महिलाओं के 75 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता. राउंड-रॉबिन टूर्नामेंट में उन्होंने इंग्लैंड की चैंटल रीड के खिलाफ जीत दर्ज की, लेकिन सिंडी नगाम्बा और ली कियान से हार गईं. बोरगोहेन का प्रदर्शन पेरिस 2024 ओलंपिक के लिए उनकी तैयारी का हिस्सा है. टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने चेक रिपब्लिक में आयोजित ग्रैंड प्रिक्स 2024 मुक्केबाजी टूर्नामेंट में रजत पदक हासिल किया. इस टूर्नामेंट में महिलाओं के 75 किग्रा वर्ग में चार मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया, जिसमें लवलीना, रिफ्यूजी बॉक्सिंग टीम की सिंडी नगाम्बा, चीन की ली कियान और इंग्लैंड की चैंटल रीड शामिल थीं.

Grand Prix 2024: बोरगोहेन ने चैंटल रीड को 3-2 हराया

टूर्नामेंट राउंड-रॉबिन प्रारूप में खेला गया. बोरगोहेन के अभियान में इंग्लैंड की चैंटल रीड के खिलाफ 3-2 की जीत, ओलंपिक रिफ्यूजी टीम की सिंडी न्गाम्बा से 0-5 की हार और अंतिम मुकाबले में चीन की ली कियान के खिलाफ 2-3 की करीबी हार शामिल थी.

Grand Prix 2024: पेरिस ओलंपिक में दूसरा पदक जीतने का लक्ष्य

ग्रैंड प्रिक्स 2024 टूर्नामेंट में लवलीना का रजत पदक उनकी मेहनत का प्रमाण है. उनका लक्ष्य 26 जुलाई से शुरू होने वाले पेरिस ओलंपिक में अपना दूसरा ओलंपिक पदक हासिल करना है. ग्रैंड प्रिक्स टूर्नामेंट में लवलीना का प्रदर्शन निस्संदेह उन्हें आगामी ओलंपिक की तैयारी में मदद करेगा, जहां वह 75 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगी. पेरिस 2024 के लिए भारतीय मुक्केबाजी टीम में अनुभवी ओलंपिक और उभरते सितारों का मिश्रण है. महिला वर्ग में बोरगोहेन के साथ दो बार की विश्व चैंपियन निखत जरीन (50 किग्रा) और प्रीति पवार (54 किग्रा) शामिल हैं. पुरुष टीम में अमित पंघाल (51 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा) और जैस्मीन लाम्बोरिया (57 किग्रा) शामिल हैं.

Grand Prix 2024: टोक्यो की सफलता को पार करने का लक्ष्य

पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल पर काफी उम्मीदें हैं और उनका लक्ष्य टोक्यो 2020 में देश के ऐतिहासिक पदकों की संख्या को पार करना है.  भारत ने टोक्यो में अपना सर्वश्रेष्ठ ओलंपिक प्रदर्शन किया, जिसमें एक प्रतिष्ठित स्वर्ण सहित सात पदक हासिल किए. मुक्केबाजी टीम ने उस सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और एथलीट पेरिस में उस विरासत को आगे बढ़ाने के लिए  डेटर्मीनेड हैं.

इनपुट: ओम तिवारी

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