Asian Junior Championship: विश्व युवा कांस्य पदक विजेता विश्वमित्र चोंगथाम (51 किलो) और विशाल (80 किलो) ने दुबई में एशियाई युवा मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का दबदबा कायम रखा, जबकि तीन अन्य पुरुष मुक्केबाजों ने रजत पदक जीते. चोंगथाम ने उजबेकिस्तान के कुजिबोएव अहमदजोन को 4-1 से हराया. दूसरी ओर विशाल ने किर्गीस्तान के अकमातोव संजार को 5-0 से मात दी. वहीं विश्वनाथ सुरेश (48 किलो) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा, जो मौजूदा युवा विश्व चैंपियन कजाखस्तान के संजार ताशकेनबे से 0-5 से हार गये.
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Good training and continuous support has paid off as our youth men boxers won historic twin🥇 medals for the 1st time and the 🥇 has come home after 7 years at the Asian Youth Championships. Previous 🥇 medal came, back in 2014 👏🏻#PunchMeinHaiDum pic.twitter.com/Bv09VNwVN5
— Boxing Federation (@BFI_official) August 30, 2021
इससे पहले एशियाई जूनियर मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत ने आठ स्वर्ण पदक जीतकर अपने अभियान का अंत किया. इनमें से छह स्वर्ण पदक लड़कियों ने जीते. इसके अलावा भारत ने पांच रजत और छह कांस्य पदक भी हासिल किये. भारत की छह लड़कियां फाइनल में पहुंची थी, जिनमें से छह ने स्वर्ण पदक जीते, जबकि चार अन्य को रजत पदक मिला. लड़कों के वर्ग में तीन भारतीय फाइनल में पहुंचे थे, जिनमें से दो स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहे.
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Glimpses from #AsianJuniorChampionships 2️⃣0️⃣2️⃣1️⃣ FINALS 👇#PunchMeinHaiDum #boxing pic.twitter.com/9OFyFgqIUW
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भारत ने कजाखस्तान के बराबर स्वर्ण पदक जीते. उज्बेकिस्तान नौ स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर रहा. लड़कियों के वर्ग में वीशू राठी (48 किग्रा), तनु (52 किग्रा), निकिता चंद (60 किग्रा), माही राघव (63 किग्रा), प्रांजल यादव (75 किग्रा) और कीर्ति (81 किग्रा से अधिक) ने सोने के तमगे हासिल किये. पिछली एशियाई जूनियर चैंपियनशिप भारत 21 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत व छह कांस्य) के साथ तीसरे स्थान पर रहा था. बता दें कि जूनियर वर्ग में स्वर्ण पदक विजेताओं को 4,000 डॉलर जबकि रजत और कांस्य पदक विजेताओं को क्रमशः 2,000 डॉलर और 1,000 डॉलर दिए जाएंगे.