भारतीय हॉकी टीम से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) के हीरो रहे दिग्गज हॉकी खिलाड़ी रूपिंदर पाल सिंह (Rupinder Pal Singh), बीरेंद्र लकड़ा (Birender Lakra ) और एसवी सुलीन (SV Sunil) ने संन्यास का फैसला बदल दिया और वापस भारतीय टीम से जुड़ गये हैं. इन तीनों ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक के बाद खेल से संन्यास ले लिया था.
बर्मिघंम राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय टीम में रूपिंदर, बीरेंद्र लकड़ा और एसवी सुनील का चयन
टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदकधारी टीम के सदस्य रूपिंदर पाल सिंह और बीरेंद्र लकड़ा के अलावा अनुभवी फॉरवर्ड एसवी सुनील ने संन्यास से वापसी की. इन्हें बर्मिघंम राष्ट्रमंडल खेलों की टीम के लिये चयन के लिये योग्य 33 पुरुष कोर संभावित खिलाड़ियों में शामिल किया गया.
रूपिंदर पाल का 2017 में हो चुका था करियर खत्म, ऐसे भारतीय टीम में की वापसी
रूपिंदर पाल सिंह का अंतरराष्ट्रीय करियर 2017 में लगभग समाप्त हो चुकी थी. रूपिंदर पाल उन दिनों चोट से परेशान हो चुके थे. पैर की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण उनका करियर समाप्ति पर था. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और टीम में न केवल वापसी की, बल्कि भारत को टोक्यो ओलंपिक में तीन दशक के बार कांस्य पदक दिलाने में बड़ी भूमिका निभाया.
इन खिलाड़ियों ने टोक्यो के बार युवा खिलाड़ियों के लिए संन्यास लेने का लिया था फैसला
रूपिंदर पाल सिंह ने जब संन्यास की घोषणा की, तो उसके कुछ दिनों बाद ही बीरेंद्र लकड़ा और एसवी सनील ने भी संन्यास की घोषणा कर दी थी. रूपिंदर पाल ने जहां संन्यास की घोषणा करते हुए लिखा था, टोक्यो में अपनी टीम के साथ पोडियम में खड़े होने के अनुभव को कभी नहीं भूल पाउंगा. मेरा मानना है कि अब समय आ गया है कि युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका दिया जाए. करीब-करीब यही बात बीरेंद्र लकड़ा ने भी कहा था.