Indian Hockey Team: टोक्यो की कहानी को पेरिस ओलंपिक में दोहराते हुए भारतीय हॉकी टीम ने कप्तान हरमनप्रीत सिंह के दो गोल की मदद से स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया. भारत की जीत पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ पत्रकार और प्रभात खबर के कार्यकारी संपादक अनुज कुमार सिन्हा ने कहा, भारतीय टीम को मेडल जीतने पर बहुत बधाई. टीम के खिलाड़ियों के अंदर जीत को लेकर भूख थी. गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया और मेडल दिलाने के लिए पूरी ताकत लगा दी. भारत गोल्ड का हकदार था. सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय हॉकी टीम ने अपना पूरा काम किया, लेकिन किस्मत ने टीम का साथ नहीं दिया.
विनेश फोगाट के बाहर होने से देश को जो जख्म मिला, उसे हॉकी की जीत ने कम कर दिया
वरिष्ठ पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा ने कहा, भारतीय महिला रेसलर विनेश फोगाट के डिसक्वालीफिकेशन से देश को गहरा सदमा लगा था, लेकिन हॉकी में कांस्य पदक मिलने से एक बार फिर से खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है. भारत ने ओलंपिक में लगातार दूसरा कांस्य पदक जीता बड़े गर्व की बात है. भारत ने अपना पदक बरकरार रखा.
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एक गोल से पिछड़ने के बाद भी भारत ने हार नहीं मानी, ऐसा रहा खेल का रोमांच
जर्मनी के हाथों सेमीफाइनल में मिली हार का गम भुलाकर डेढ दिन बाद भारतीय टीम फिर युवेस डु मनोइर स्टेडियम पर उतरी तो हर खिलाड़ी का एक ही लक्ष्य था कि खाली हाथ नहीं लौटना है. एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए भारत ने दूसरे और तीसरे क्वार्टर में गोल करके भारत को जीत दिला दी. इस जीत के साथ ही भारत के लिये 336 मैच खेलने वाले महान गोलकीपर श्रीजेश ने भी अंतरराष्ट्रीय हॉकी को अलविदा कह दिया. भारतीय टीम के लिये हरमनप्रीत सिंह ने (30वें, 33वें मिनट) जबकि स्पेन के लिये मार्क मिरालेस (18वां मिनट) ने गोल दागे. आठ बार की चैम्पियन भारतीय पुरुष हॉकी टीम का यह 13वां ओलंपिक पदक है और पचास साल बाद लगातार दो ओलंपिक में पदक जीते हैं. इससे पहले 1968 में मैक्सिको और 1972 में म्युनिख ओलंपिक में भारत ने कांस्य जीता था.