Kolkata Doctor Murder Case पर हरभजन सिंह का फूटा गुस्सा, ममता बनर्जी से की बड़ी मांग

Kolkata Doctor Murder Case: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले पर अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का गुस्सा फूटा है. उन्होंने लेकर लिखकर कोलकाता की मुखमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल से बड़ी मांग की है.

By Vaibhaw Vikram | August 18, 2024 2:38 PM

Kolkata Doctor Murder Case: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी के मामले पर अब भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह का गुस्सा फूटा है. उन्होंने लेकर लिखकर कोलकाता की मुखमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल से बड़ी मांग की है. कोलकाता डॉक्टर दुष्कर्म-मर्डर केस ने पूरे देश को हिलाार रख दिया है. इस मामले पर कई बड़े लोगों का ट्वीट सामने आ रहा है. इस मामले में फैसले में हो रही देरी को देखते हुए पूर्व स्पिनर ने अपनी बात रखी है. उन्होंने अपने पत्र के जरिए सीएम और राज्यपाल से तेजी से काम करने की अलीप की है.

Kolkata Doctor Murder Case: महिला की गरिमा से कोई समझौता नहीं: हरभजन सिंह

पत्र के माध्यम से अपनी बात रखते हुए हरभजन सिंह ने कहा कि महिला की गरिमा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने आरोपियों को ऐसी सजा देने की बात कही जो बाकियों के लिए एक उदाहरण बन सके. पूर्व स्पिनर ने कहा कि इसी तरह से हम दोबारा सिस्टम में अपना भरोसा बहाल करना शुरू कर सकते हैं.

ALSO READ: Neeraj Chopra का 90 मीटर थ्रो पर सामने आया बड़ा बयान, कहा- ‘अब मैं इसे…’

Kolkata Doctor Murder Case: हरभजन सिंह ने लगाई न्याय की गुहार

सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए हरभजन सिंह ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल को लिखा हुआ पत्र साझा किया. पत्र को साझा करते हुए भज्जी ने कैप्शन में लिखा, ‘कोलकाता रेप और हत्या की पीड़िता को न्याय में देरी पर गहरी पीड़ा के साथ, जिसने हमारी अंतरात्मा को झकझोर रख दिया, मैंने पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और माननीय राज्यपाल को यह आग्राह करते हुए लिखा कि तेजी से और निर्णायक तरीके से काम किया जाए.’

Kolkata Doctor Murder Case: सजा ऐसा दें की उदाहरण बन जाए: हरभजन सिंह

अपनी बातों को रखते हुए हरभजन सिंह ने लिखा, ‘महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से समझौता नहीं किया जा सकता. इस जघन्य अपराध के अपराधियों को कानून की पूरी सजा का सामना करना होगा और सजा उदाहरण बनाने वाली होनी चाहिए. सिर्फ इसी तरह हम अपने सिस्टम में विश्वास बहाल करना शुरू कर सकते हैं और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि ऐसी घटना दोबारा न हो और हम एक ऐसा समाज बनाएं जहां हर महिला सुरक्षित और संरक्षित महसूस करे. हमें खुद से पूछना चाहिए- अगर अभी नहीं तो कब? मुझे लगता है, अब एक्शन का समय आ गया है.’

ALSO READ: SA vs WI: केशव महाराज ने रचा इतिहास, बने दक्षिण अफ्रीका के ‘स्पिन किंग’

Next Article

Exit mobile version