भारतीय टेबल टेनिस स्टार Manika Batra ने पेरिस ओलंपिक 2024 में इतिहास रच दिया है. वह ओलंपिक एकल स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पैडलर बन गई हैं. 29 वर्षीय इस अनुभवी खिलाड़ी ने सोमवार रात महिला एकल राउंड ऑफ 32 में 12वीं वरीयता प्राप्त स्थानीय पसंदीदा फ्रांस की पृथिका पावड़े को 4-0 से हराया.
Olympics 2024: मात्र 37 मिनट में किया खेल खत्म
18वीं वरीयता प्राप्त बत्रा ने अपने अनुभव और कौशल का परिचय देते हुए मात्र 37 मिनट में 11-9, 11-6, 11-9, 11-7 से मैच जीत लिया. विश्व में 18वें नंबर की खिलाड़ी पावड़े के उच्च रैंकिंग वाली खिलाड़ी होने के बावजूद मनिका ने पूरे मुकाबले में एक भी सेट नहीं गंवाया.
शुरुआती गेम में कड़ी टक्कर देखने को मिली, लेकिन बत्रा ने अपना संयम बनाए रखा और 11-9 से गेम जीत लिया. इसके बाद उन्होंने मैच पर नियंत्रण कर लिया और अपनी प्रतिद्वंद्वी पर दबाव बनाए रखने के लिए आक्रमण और डिफेन्स का मिश्रण दिखाया. भारतीय मूल की पावड़े ने तीसरे गेम में 0-3 से पिछड़ने पर टाइमआउट लेकर वापसी की कोशिश की, लेकिन मनिका जीत की तलाश में लगातार लगी रहीं.
जीत के बाद Manika Batra का क्या था कहना ?
ऐतिहासिक जीत के बाद बत्रा ने कहा, ‘मैं आज रात अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हूं. पृथिका एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी है, लेकिन मैं अपनी रणनीति पर कायम रही और मैच पर अपना दबदबा बनाने में सफल रही.’
इस जीत के साथ ही मनिका बत्रा ने ओलंपिक एकल स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पैडलर के रूप में अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करा लिया है. ओलंपिक में उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2020 टोक्यो खेलों में तीसरे दौर में पहुंचना था.
Paris Olympics 2024: अगले दौर में इस खिलाड़ी से होगा मुकाबला
राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में कई पदक जीत चुके भारतीय स्टार खिलाड़ी अब राउंड ऑफ 16 में हांगकांग के झू चेंगझू और जापान के मिउ हिरानो के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेंगे. बत्रा की उपलब्धि भारतीय पुरुष एकल अभियान की निराशा को देखते हुए और भी उल्लेखनीय है, जिसमें ध्वजवाहक अचंता शरत कमल और हरमीत देसाई दोनों ही राउंड 16 में बाहर हो गए.
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राष्ट्रीय कोच सौम्यदीप रॉय ने कहा, ‘मनिका की जीत भारतीय टेबल टेनिस के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. उसने दिखा दिया है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से कुछ भी संभव है. मुझे उम्मीद है कि इससे देश के अगली पीढ़ी के पैडलर्स को प्रेरणा मिलेगी.’