तीन साल से कैश अवार्ड के लिए तरस रही है नेशनल चैंपियन सुप्रीति कच्छप, खेलो इंडिया में जीत चुकी है गोल्ड
सुप्रीति कच्छप 2019 से कैश अवार्ड के लिये आवेदन दे रही है. लेकिन विभाग इसे रिजेक्ट कर दे रहा है. खिलाड़ी ने बताया कि जब मैंने इसकी जानकारी विभाग से मांगी तो कहा गया कि सर्टिफिकेट जमा नहीं किया गया है, जबकि मैंने आवेदन के समय ही सभी सर्टिफिकेट जमा कर दिया है.
झारखंड के खिलाड़ी मेहनत करते हैं, मेडल जीतते हैं और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाकर अपने राज्य का नाम रोशन करते हैं, लेकिन बात जब इन खिलाड़ियों को कैश अवार्ड देने की बात आती है तो इनके आवेदन को रिजेक्ट कर दिया जाता है. कुछ यही कहानी है 3000 मीटर में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने वाली और स्वर्ण पदक विजेता झारखंड के गुमला जिले की रहने वाली एथलीट सुप्रीति कच्छप का.
तीन साल से कर रही है आवेदन
इस खिलाड़ी ने तीन साल लगातार आवेदन दिया लेकिन इसे आज तक कैश अवार्ड नहीं मिल पाया. खिलाड़ी विभाग के हाल से हताश हो चुकी हैं. सुप्रीति कच्छप 2019 से कैश अवार्ड के लिए आवेदन दे रही है. लेकिन विभाग इसे रिजेक्ट कर दे रहा है. खिलाड़ी ने बताया कि जब मैंने इसकी जानकारी विभाग से मांगी तो कहा गया कि सर्टिफिकेट जमा नहीं किया गया है, जबकि मैंने आवेदन के समय ही सभी सर्टिफिकेट जमा कर दिया है.
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आवेदन होता रहा रिजेक्ट
उन्होंने आगे बताया कि दूसरी बार आवेदन देने पर भी यही हुआ और 2021 में भी यही कारण बताकर मेरा आवेदन रिजेक्ट कर दिया किया. जबकि दूसरे खिलाड़ियों को खेलो इंडिया में पदक जीतने के आधार पर कैश अवार्ड दिया जा रहा है.
दो साल पहले बनाया था राष्ट्रीय रिकॉर्ड
झारखंड की खिलाड़ी 2018 से भोपाल के एक सेंटर में अभ्यास करती है लेकिन झारखंड से एथलेटिक्स में पार्टीशिपेट करती है. इसने 2020 में खेलो इंडिया एथलेटिक्स चैंपियनशिप में झारखंड की तरफ से पार्टीशिपेट करते हुए 3000 मीटर में 10.00 मिनट का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और स्वर्ण पदक जीता. वहीं इसी साल नेशनल क्रास कंट्री रेस में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया है.
क्या कहता है निदेशालय
झारखंड सरकार के खिल निदेशक जिशान कमर का कहना है कि इस खिलाड़ी के बारे में कोई जानकारी नहीं है, हम देखकर बताते हैं कि क्या स्थिति है.
रिपोर्ट : दिवाकर सिंह