Norway Chess 2024: प्रज्ञानानंद ने रचा इतिहास, नंबर 1 ख‍िलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराया

Norway Chess 2024: भारत के रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने क्लासिकल चेस में पहली बार मैग्नस कार्लसन को पछाड़ दिया है. भारत के युवा ख‍िलाड़ी ने नॉर्वे चेस 2024 के तीसरे दौर में दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी को पछाड़ दिया है.

By Vaibhaw Vikram | May 30, 2024 11:38 AM

Norway Chess 2024: भारत के रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने क्लासिकल चेस में पहली बार मैग्नस कार्लसन को पछाड़ दिया है. भारत के युवा ख‍िलाड़ी ने नॉर्वे चेस 2024 के तीसरे दौर में दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी को पछाड़ दिया है. इस जीत के साथ 18 साल के युवा भारतीय चेस खिलाड़ी रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने कार्लसन के घरेलू मैदान पर आयोजित इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में लीडर्स पोजीशन हास‍िल की है. ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रज्ञानानंद ने बुधवार (29 मई) को स्टावेंजर में नॉर्वे चेस 2024 टूर्नामेंट के तीसरे दौर में दुनिया के नंबर 1 मैग्नस कार्लसन पर अपनी पहली जीत दर्ज की.

Norway Chess 2024: फैबियो कारुआना को मिला दूसरा स्थान

नॉर्वे चेस टूर्नामेंट के तीसरे राउंड के अंत में आर प्रज्ञानानंद ने 9 में से 5.5 अंक हासिल किए. दूसरी ओर अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फैबियो कारुआना ने बुधवार को जीएम डिंग लिरेन पर जीत के बाद तीन अंक हासिल करके दूसरा स्थान हासिल किया. यह प्रज्ञानानंद के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, वह पिछले साल वर्ल्ड कप में मैग्नस कार्लसन से हार गए थे. संयोग से प्रज्ञानानंद कार्लसन को क्लास‍िकल चेस में हराने वाले केवल चौथे भारतीय हैं.

Norway Chess 2024: प्रज्ञानानंद को क्रिकेट में भी है रुचि

प्रज्ञानानंद महज 10 साल की उम्र में इंटरनेशनल मास्टर बन गए. ऐसा करने वाले वह उस समय सबसे कम उम्र के थे. वहीं 12 साल की उम्र में प्रज्ञानानंद ग्रैंडमास्टर बने. ऐसा करने वाले वह उस समय के दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे. दिग्गज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने ही उनका मार्गदर्शन किया है. प्रज्ञानानंद को क्रिकेट पसंद है और उन्हें जब भी समय मिलता है तो वह मैच खेलने के लिए जाते हैं.

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