Olympics 2024: Neeraj Chopra को टक्कर देंगे उन्हीं के हमवतन Kishore Jena
ओडिशा के 28 वर्षीय खिलाड़ी Kishore Jena ने पहली बार तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने 78.96 मीटर की थ्रो के साथ लेबनान राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती.
भाला फेंक में भारत के उभरते सितारे Kishore Jena, 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों में पुरुषों की भाला फेंक क्वालीफिकेशन राउंड में अपने हमवतन और ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के साथ शामिल होने के लिए तैयार हैं. जेना, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में उल्लेखनीय सुधार दिखाया है, पोडियम फिनिश का लक्ष्य बना रहे हैं. लेकिन क्या वह वास्तव में पेरिस में पदक जीत पाएंगे?
Kishore Jena का अब तक का सफर
जेना की जर्नी निरंतर प्रगति और डिटर्मिनेशन की रही है. ओडिशा के 28 वर्षीय जेना ने पहली बार तब सुर्खियां बटोरीं जब उन्होंने 78.96 मीटर की थ्रो के साथ लेबनान राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती. मार्च 2023 में तिरुवनंतपुरम में आयोजित इंडियन ग्रैंड प्रिक्स में उन्हें महत्वपूर्ण सफलता मिली, जहां उन्होंने 81.05 मीटर की थ्रो के साथ 80 मीटर का आंकड़ा पार किया. इस उपलब्धि ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक गंभीर दावेदार के रूप में स्थापित कर दिया.
अपनी शानदार प्रगति के बावजूद, जेना को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. उनके सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी कोई और नहीं बल्कि मौजूदा ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा हैं, जिन्होंने लगातार इस खेल पर अपना दबदबा बनाए रखा है.
चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग में 88.36 मीटर की छलांग लगाकर 2024 सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जो उनकी शानदार उपस्थिति को दर्शाता है. टोक्यो में पहले ही स्वर्ण पदक हासिल कर चुके चोपड़ा का लक्ष्य अपने खिताब को बरकरार रखना है, जिससे उनके शानदार करियर में और इजाफा होगा.
Neeraj Chopra के अलावा कौन हैं Kishore Jena के सामने
चोपड़ा के अलावा, जेना को वर्तमान विश्व नंबर एक खिलाड़ी जैकब वाडलेज्च और दो बार के विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स जैसी वैश्विक प्रतिभाओं से भी मुकाबला करना होगा. वाडलेज्च का सीजन का सर्वश्रेष्ठ 88.65 मीटर थ्रो और पीटर्स का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 93.07 मीटर, जेना के कॉम्पिटिशन के स्तर को दर्शाता है जिसे पार करना होगा. इसके अलावा, जर्मनी के जूलियन वेबर और पाकिस्तान के अरशद नदीम, दोनों ने इस सीजन में 88 मीटर से अधिक थ्रो किए हैं, वे भी मजबूत प्रतिद्वंद्वी होंगे.
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जेना के लिए पदक जीतने का रास्ता बेशक चुनौतीपूर्ण है, लेकिन उनका लगातार सुधार और प्रतिस्पर्धी भावना उम्मीद जगाती है. उनके हालिया प्रदर्शन से पता चलता है कि वे सही समय पर शीर्ष पर हैं, लेकिन अगर वे पेरिस में अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को दोहरा पाते हैं या उससे आगे निकल जाते हैं, तो उनके पास भारतीय प्रशंसकों को आश्चर्यचकित करने का मौका है.