Paris Olympics 2024 की उलटी गिनती जारी है. ओलंपिक 2024 को शुरू होने में अब केवल 4 दिन का ही समय रह गया है. ओलंपिक को ध्यान में रखते हुए सभी एथलीट कड़ी मेहनत कर रहे हैं और अपनी फिटनेस पर भी पूरी तरह से ध्यान दे रहे हैं. भारत के लगभग एथलीट ओलंपिक के लिए पेरिस पहुंच गए हैं. वहीं कुछ एथलीट धीरे-धीरे पहुंच रहे हैं. भारतीय आर्चर दीपिका कुमारी अगले सप्ताह शुरू हो रहे ओलंपिक में चुनौती पेश करने के लिए पेरिस पहुंच चुकी है. खास बात ये है कि दीपिका कुमारी ने अपनी 19 महीने की बेटी को भारत में ही छोड़ दिए है. जिसकी अब उन्हें कमी खल रही है. मगर उनके नजरिए से ये उनके सपने को पूरे करने और पदक को जीतने के सामने एक छोटा सा त्याग है.
Table of Contents
Paris Olympics 2024: चौथी बार ओलंपिक में ले रही है भाग
आपकी जानकारी के लिए बता दें, दीपिका कुमारी चौथी बार ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रही है. लेकिन उन्हें ओलंपिक में अभी भी अपने पहले पदक का इंतजार है. उन्होंने इस बार ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए अपनी 19 महीने की बेटी का त्याग किया है. जिसके बारे में बात करते हुए दीपिका ने कहा कि बेटी से दूर रहने की निराशा है लेकिन ओलंपिक पदक के सामने उन्हें इससे कोई शिकायत नहीं है. दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित खेल आयोजन में पदक के सपने को पूरा करने के सामने यह बहुत छोटा सा त्याग है. उन्होंने कहा कि अपनी बेटी से दूर होने के दर्द को बयां करना मुश्किल है, लेकिन यह उस चीज को हासिल करने के बारे में भी है जिसके लिए हम इतने सालों से लगातार मेहनत कर रहे हैं.
Paris Olympics 2024: मुझे उसकी कमी खलती है: दीपिका कुमारी
अपनी बातों को आगे रखते हुए दीपिका कुमारी ने कहा कि मुझे उसकी काफी कमी खलती है, लेकिन इसमें कुछ नहीं कर सकते है, वह किसी के साथ भी जल्दी घुलमिल जाती है और वह अतनु और मेरे ससुराल के लोगों के साथ अच्छी तरह से घुलमिल गई है. दरअसल, दीपिका के लिए दिसंबर 2022 में मां बनने के बाद खेलों में वापसी करना काफी मुश्किल था. मां बनने के बाद उनके मांसपेशियों में अकड़न आ गई. आपकी जानकारी के लिए बता दें, आर्चरी के दौरान खिलाड़ी जिस धनुष को उठाते हैं. उस धनुष का वजन 19 किलो ग्राम रहता है. जिसे उठाया दीपिका कुमारी के लिए काफी मुश्किल सा हो गया था. मगर अब चिंता की कोई बात नहीं है. अब भारत की स्टार तीरंदाज दीपिका कुमारी पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.