लंदन : भारत लचर प्रदर्शन करते हुए कई मौके गंवाने के बाद आज यहां कम रैंकिंग वाले कनाडा से 2-3 से हारकर हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल में निराशाजनक छठे स्थान पर रहा. भारत को टूर्नामेंट में दूसरी बार कम रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ उलटफेर का सामना करना पड़ा. इससे पहले टीम क्वार्टरफाइनल में मलेशिया से हार गयी थी.
कनाडा के लिए गोर्डन जान्सटन ने तीसरे और 44वें मिनट में दो गोल दागे जबकि 11वीं रैंकिंग की टीम के लिये कीगन परेरा ने 40वें मिनट में तीसरा गोल किया. हरमनप्रीत सिंह (सातवें और 22वें मिनट) ने भारत के नौ पेनल्टी कार्नर में से दो को गोल में तब्दील किया. इस जीत से कनाडा टूर्नामेंट में पांचवें स्थान पर ही नहीं रहा बल्कि उसने अगले साल भारत के भुवनेश्वर में होने वाले विश्व कप के लिये भी क्वालीफाई कर लिया.
इस हार से हालांकि छठी रैंकिंग की भारतीय टीम का इस साल के अंत में आयोजित होने वाले हाकी विश्व लीग फाइनल के लिये क्वालीफिकेशन और विश्व कप स्थान को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि दोनों ही टूर्नामेंट में मेजबान होने के नाते उसने अपना स्थान सुनिश्चित कर लिया है. हालांकि इस हार से निश्चित तौर पर भारत के आत्मविश्वास को नुकसान पहुंचा होगा.
भारत ने पूल चरण में कनाडा को 3-0 से हराया था लेकिन विश्व कप स्थान दांव पर लगा होने के कारण विरोधी टीम ने कहीं बेहतर प्रदर्शन किया. भारत ने गेंद को अधिक समय अपने कब्जे में रखा और अधिक मौके बनाए लेकिन कनाडा की टीम मौकों को भुनाने के मामले में आगे रही. पेनल्टी कार्नर में भी भारत का प्रदर्शन बेहद खराब रहा और टीम नौ में से सिर्फ दो को गोल में बदल सकी.
कनाडा ने मैच में शुरुआत में ही बढ़त बनाई जब जान्सटन ने तीसरे ही मिनट में पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला लेकिन हरमनप्रीत ने चार मिनट बाद पेनल्टी कार्नर पर ही गोल दागकर टीम को बराबरी दिला दी. भारत को दूसरे क्वार्टर में तीसरा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन हरमनप्रीत के शाट को गोलकीपर एंटोनी किंडलर ने विफल कर दिया.
हरमनप्रीत ने इसके कुछ सेकेंड बाद एक और पेनल्टी कार्नर बर्बाद किया. हरमनप्रीत ने हालांकि 22वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल करके भारत को 2-1 से आगे किया. कनाडा ने भी पेनल्टी कार्नर पर खराब प्रदर्शन किया और टीम पांच में से एक को ही गोल में बदल पाई. किंडलर ने 26वें मिनट में तलविंदर के मैदानी गोल के प्रयास को भी विफल किया. भारत को 27वें मिनट में छठा पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन इस बार भी हरमनप्रीत का निशाना लक्ष्य से दूर रहा. भारत को मध्यांतर के बाद दो और पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन टीम इनका फायदा नहीं उठा सकी. परेरा ने इसके बाद 40वें मिनट कनाडा को बराबरी दिलाई और जान्सटन ने चार मिनट बाद कनाडा को 3-2 से आगे किया जो निर्णायक स्कोर साबित हुआ.