लंदन : सेरेना विलियम्स बच्चे के जन्म की तैयारियों में जुटी हैं तो मारिया शारापोवा जांघ की चोट के कारण आजसे यहां शुरू होने वाले विम्बलडन टूर्नामेंट में नहीं खेल पायेंगी जिससे सभी खिलाडियों के पास इस ग्रैंडस्लैम में ट्रॉफी हथियाने का बराबरी का मौका होगा.
वर्ष 2015 और 2016 में खिताब जीतने वाली सेरेना सितंबर में मां बनेंगी और उनके कोर्ट से दूर रहने से शीर्ष स्तर पर एक खालीपन आ गया और उम्मीद थी कि डोपिंग प्रतिबंध से वापसी करने के बाद रुसी स्टार शारापोवा इसे भरने में सफल रहेगी. लेकिन मांसपेशियों में चोट के कारण उन्हें महज तीन टूर्नामेंट खेलने के बाद विम्बलडन क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा.
सेरेना 23 ग्रैंडस्लैम खिताब अपने नाम कर चुकी हैं, उनकी और शारापोवा की अनुपस्थिति में महिलाओं के टेनिस में स्टार खिलाडयिों की कमी दिखती है. इससे विम्बलडन में किसी भी खिलाड़ी को प्रबल दावेदार नहीं कहा जा सकता. लेकिन इससे अन्य खिलाडियों को सुर्खियों में आने का मौका मिला जैसे लातिविया की येलेना ओस्टापेंको ने फ्रेंच ओपन में सभी को चौंकाते हुए खिताब जीता था.
दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी एंजलिक कर्बर ने कहा, ‘ ‘निश्चित रुप से, अगर सेरेना नहीं खेल रही तो यह थोड़ा अलग ही होगा. सबकुछ संभव है, विशेषकर इन दो हफ्तों में. अभी काफी अच्छी खिलाड़ी आ रही हैं, वे बडे टूर्नामेंट जीत सकती हैं. ‘ ‘ बीस वर्षीय ओस्टापेंको रोलां गैरां के फाइनल में सिमोना हालेप को हराकर खिताब जीता जिससे वह विश्व रैंकिंग में 47वें स्थान से उछलकर 13वें स्थान पर पहुंच गयी. लेकिन अब उन्हें साबित करना होगा कि यह सिर्फ संयोग से ही नहीं हुआ.
वर्ष 2014 में जूनियर विम्बलडन चैम्पियन बनी ओस्टापेंको का खेल आल इंग्लैंड क्लब के कम उछाल भरे कोर्ट के मिजाज से मेल खाता है जिससे वह इस सतह पर खेल का पूरा लुत्फ उठाती हैं. वह पहले दौर में आलियाकसांद्रा सासनोविच से भिडेंगी. वहीं हालेप अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब से चूकने की असफलता के बाद से उबर नहीं सकी हैं. वह 2014 फ्रेंच ओपन के फाइनल में भी हार गयी थीं. 25 वर्षीय रोमानियाई खिलाड़ी विम्बलडन में सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सकी हैं, वह अपने अभियान की शुरुआत मारिना इराकोविच के खिलाफ करेंगी.
वहीं पहले दौर में इरिना फालकोनी से भिड़ने वाली कर्बर को अगर खिताब की संभावनायें बरकरार रखनी हैं तो उन्हें अपने खेल में काफी सुधार करना होगा। 12 महीने पहले उन्हें विम्बलडन के फाइनल में सेरेना से हार मिली थी, लेकिन पिछले साल उन्होंने ऑस्ट्रेलियन और अमेरिकी ओपन में ट्रॉफी अपने नाम की. पर उन्होंने 2017 में अभी तक एक भी डब्ल्यूटीए खिताब नही जीता है.
वर्ष 2011 और 2014 की विम्बलडन चैम्पियन पेत्रा क्वितोवा पहले दौर में वीनस रोजवाटर डिश से भिड़ेंगी. दिसंबर में एक चोर ने उनके घर में घुसकर उन पर हमला किया था जिसमें उनके हाथ में चोट लगी थी, जिससे वह छह महीने तक टेनिस से बाहर रहीं. अगर वह वापसी कर लेती हैं तो यह शानदार होगा. पांच बार की विम्बलडन विजेता वीनस विलियम्स (37 वर्षीय) भी दावेदारों में शामिल होंगी, वहीं दुनिया की पूर्व नंबर एक विक्टोरिया अजारेंका ने मां बनने के बाद एक साल के ब्रेक के बाद वापसी की है.