लंदन : क्रोएशिया के मारिन सिलिच ने पहला सेट गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए शुक्रवार को यहां अमेरिका के सैम क्वेरी को चार सेटों में हराकर पहली बार विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में जगह बनायी, वहींस्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर ने चेक गणराज्य के टाॅमस बर्डीच को हराकर फाइनल में जगह बनायी. दूसरी तरफ भारत के रोहन बोपन्ना और गैब्रियला डाब्रोवस्की की जोड़ी मिश्रित युगल क्वार्टर फाइनल में हेनरी कोंटिनेन और हीथर वाटसन की जोड़ी से हार गयी जिससे विंबलडन में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी.
सातवें वरीय सिलिच ने 24वें वरीय क्वेरी को 6-7, 6-4, 7-6, 7-5 से हराकर खिताबी मुकाबले में जगह बनायी जहां उनका सामना तीसरे वरीय स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर से होगा. फेडरर ने चेक गणराज्य के 11वें वरीय टाॅमस बर्डीच काे लगातार तीन सेटों में 7-6,7-6, 6-4 हराया. सिलिच ने इसके साथ ही क्वेरी के खिलाफ अपना परफेक्ट रिकाॅर्ड बरकरार रखा है. उन्होंने इस अमेरिकी के खिलाफ अब तक पांचों मुकाबले जीते हैं. सिलिच ने अपने करियर में सिर्फ दूसरी बार किसी ग्रैंडस्लैम प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनायी. इससे पहले 2014 में वह अमेरिकी ओपन के फाइनल में पहुंचे थे और खिताब जीतने में सफल रहे थे. पिछले तीन से यहां क्वार्टर फाइनल में शिकस्त झेलनेवाले क्रोएशिया के इस खिलाड़ी ने अपने 11वें प्रयास में विंबलडन फाइनल में जगह बनायी जो ओपन युग में फाइनल में प्रवेश करने से पहले सबसे अधिक प्रयास हैं.
वहीं, रोहन बोपन्ना और गैब्रियला डाब्रोवस्की की जोड़ी मिश्रित युगल क्वार्टर फाइनल में हेनरी कोंटिनेन और हीथर वाटसन की जोड़ी से हार गयी जिससे विंबलडन में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी. बोपन्ना और डाब्रोवस्की की फ्रेंच ओपन चैंपियन दसवीं वरीय जोड़ी सेंटर कोर्ट में दो घंटे तक चले मैच में फिनलैंड के कोंटिनेन और ब्रिटेन की वाटसन की गैर वरीय जोड़ी से 7-6, 4-6, 5-7 से हार गयी. बोपन्ना की हार के साथ ही विंबलडन में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गयी. बोपन्ना पुरुष युगल से पहले ही बाहर हो चुके थे, जबकि सानिया मिर्जा भी महिला युगल और मिश्रित युगल में आगे बढ़ने में नाकाम रही थी. जूनियर विंबलडन में भी महक जैन, जील देसाई, मिहिका यादव और सिद्धांत बंठिया के लड़कियों और लड़कों की प्रतियोगिताओं में बाहर होने से भारतीय चुनौती समाप्त हो गयी.