फाइनल के दबाव से वाकिफ हैं वीनस : सानिया मिर्जा
कुछ दिन पहले तक मैं महिला डबल्स में ऐसे पार्टनर की तलाश में थी, जो मेरे साथ जोड़ी बना कर खेल सके. मेरे पास वक्त कम बचा था. तब मैंने गारबाइन मुगुरुजा और वीनस विलियम्स से भी बात की. ये दोनों शानदार सिंगल्स खिलाड़ी हैं और डबल्स में भी बेहतरीन प्रदर्शन की काबिलियत रखती हैं. […]
कुछ दिन पहले तक मैं महिला डबल्स में ऐसे पार्टनर की तलाश में थी, जो मेरे साथ जोड़ी बना कर खेल सके. मेरे पास वक्त कम बचा था. तब मैंने गारबाइन मुगुरुजा और वीनस विलियम्स से भी बात की. ये दोनों शानदार सिंगल्स खिलाड़ी हैं और डबल्स में भी बेहतरीन प्रदर्शन की काबिलियत रखती हैं. दोनों ने यह कह कर खुद को मेरे प्रस्ताव से अलग कर लिया कि उन्हें विंबलडन में अपनी खिताबी जीत के अवसर नजर आ रहे हैं और उनका सारा ध्यान उसी लक्ष्य को हासिल करने पर है.
मुगुरुजा और वीनस अब महिला सिंगल्स फाइनल में आमने-सामने हैं और शनिवार को खिताब के लिए खेलेंगी. उन्होंने सिंगल्स पर ध्यान केंद्रित करने का अच्छा फैसला लिया.विंबलडन में मुगुरुजा का यह दूसरा फाइनल है. इससे पहले 2015 में उन्हें सेरेना के हाथों सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि उन्होंने इसके बाद 2016 में फ्रेंच ओपन के रूप में अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब हासिल किया. अब वह विंबलडन की ट्रॉफी को साथ ले जाना चाहेंगी.
विंबलडन फाइनल : आज मुगरूजा से भिड़ेंगी वीनस
दूसरी ओर मुगुरुजा की प्रतिद्वंद्वी वीनस उनसे 14 साल बड़ी हैं और कहीं अधिक अनुभवी भी. खास कर ग्रैंडस्लैम फाइनल में किस तरह का दबाव होता है, वह उन्हें बखूबी पता है. वह अपने छठे विंबलडन सिंगल्स खिताब की ओर देख रही हैं. आखिरी बार उन्होंने यहां नौ साल पहले खिताबी जीत हासिल की थी.
(टीसीएम)