लंदन : टेनिस के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी रोजर फेडरर ने आठवीं बार विंबलडन खिताब जीतकर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. रविवार को फाइनल में उन्होंने क्रोएशिया के मारिन सिलिक को 6-3, 6-1, 6-4 से मात दी. इसके साथ ही 35 साल के फेडरर ने 19वें ग्रैंड स्लैम पर कब्जा कर अपने ही रिकॉर्ड को और पुख्ता कर लिया. साथ ही 8वां विंबलडन टाइटल हासिल कर पूर्व अमेरिकी दिग्गज पीट सैंप्रास (7) को पीछे छोड़ दिया.
लेकिन खिताब पर कब्जा करने के बाद वो भावुक हो गये. कोट पर ही वो बैठ गये और रोने लगे. उन्हें रोते हुए देखा गया. वो बार-बार तौलिये से अपना चेहरा पोछ रहे थे. ऐसा करते हुए उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
* कभी नहीं सोचा था कि इतने विम्बलडन खिताब जीतूंगा
रोजर फेडरर ने स्वीकार किया कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि वह आठ बार विम्बलडन खिताब जीतेंगे और यदि उनसे कोई कहता कि 2017 में वह दो ग्रैंडस्लैम जीतेंगे तो वह इस पर ठहाका लगाते. तीन सप्ताह बाद 36 बरस के होने जा रहे फेडरर ने पीट सम्प्रास का रिकार्ड तोडकर आठवां विम्बलडन खिताब जीता. उन्होंने फाइनल में मारिन सिलिच को 6 . 3, 6 . 1, 6 . 4 से मात दी. सोलह साल पहले फेडरर ने सम्प्रास को हराकर विम्बलडन जीता था. अब 19 ग्रैंडस्लैम फेडरर के नाम है जबकि रफेल नडाल उनसे चार खिताब पीछे है.
फेडरर ने कहा , ‘ ‘पीट को हराने के बाद मैने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं इतना कामयाब होउंगा. मुझे लगा था कि कभी विम्बलडन फाइनल तक पहुंचूंगा और जीतने का कोई मौका मिलेगा. कभी सोचा नहीं था कि आठ खिताब अपने नाम करुंगा. इसके लिये या तो आप अपार प्रतिभाशाली हों या माता पिता और कोच तीन बरस की उम्र से आपको कोर्ट पर तैयार करने में लग जाये. मैं उन बच्चों में से नहीं था. ‘ ‘ उन्होंने कहा , ‘ ‘ मुझे पता था कि मैं एक बार फिर खिताब जीतूंगा पर इस स्तर पर कभी नहीं सोचा था. यदि मुझसे कोई कहता कि मैं इस साल दो ग्रैंडस्लैम जीतूंगा तो मैं हंस देता. ‘ ‘