ग्लास्गो : रियो ओलंपिक के दूसरे दौर से ही बाहर होने के करीब एक साल बाद चैम्पियन बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा कि उन्हें रियो नहीं जाना चाहिये था. पदक उम्मीद मानी जा रही साइना रियो में दूसरे दौर में उक्रेन की मारिजा उलितिना से हार गई थी जो भारतीय दल के लिये बड़ा झटका था. अब एक साल बाद साइना ने शानदार वापसी करते हुए विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. उसने क्वार्टर फाइनल में मिली जीत के बाद कहा, सिर्फ मैं जानती हूं कि मैने क्या झेला है.
मुझे रियो नहीं जाना चाहिये था. मुझे पता नहीं था कि चोट इतनी गंभीर है.मेरे माता पिता और कोच के विश्वास से मुझे वापसी में मदद मिली. अभी भी मेरे दाहिने घुटने में तकलीफ है. सेमीफाइनल में पहुंचने वाली साइना ने कहा, मुझे पदक का यकीन नहीं था. ड्रॉ कठिन था. अब बहुत अच्छा लग रहा है लेकिन कल का मैच कठिन होगा.