ग्लास्गो : भारत की स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल को पहला गेम जीतने के बावजूद शनिवार को विश्व बैडमिंटन चैंपियनिशप के महिला एकल सेमीफाइनल में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा. साइना को इसके साथ ही कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
जकार्ता में दो साल पहले रजत पदक जीतने वाली साइना ने मुकाबले में अपना सब कुछ झोंक दिया लेकिन कभी हार नहीं मानने के जज्बे के साथ ओकुहारा एमिरेट्स एरेना में होने वाले इस कड़े मुकाबले को जीतने में सफल रही.दुनिया की 12वें नंबर की जापान की खिलाड़ी पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए एक घंटे और 14 मिनट में साइना को 12-21 21-17 21-10 से हराकर विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाने वाली अपने देश की पहली खिलाड़ी बनी.
विश्व चैंपियनिशप में अब भारत की एकमात्र उम्मीद ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू हैं जिन्हें सेमीफाइनल में चीन की नौवीं वरीय चेन युफेई का सामना करना है. आज के मुकाबले से पहले साइना ने अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन में ओकुहारा पर दबदबा बनाया था और सात मुकाबलों में से छह में जीत दर्ज करने में सफल रही थी.
जापान की खिलाड़ी ने साइना को तेज रफ्तारी वाली रैली में उलझाने के अलावा स्मैश और क्रास कोर्ट रिटर्न से काफी परेशान किया. इसके अलावा ओकुहारा के ड्राप शाट भी काफी प्रभावी थे. साइना ने हालांकि शुरुआत में रैली में दबदबा बनाने में सफलता हासिल की. भारतीय खिलाड़ी ने पहले गेम में 9-3 की बढ़त के साथ शुरुआत की और ब्रेक के समय वह 11-5 से आगे थी.
ओकुहारा का तेज खेल शुरुआत में उन्हें सफलता नहीं दिला पा रहा था और साइना अपने मजबूत डिफेंस की बदौलत हावी रही और 17-10 की बढ़त बना ली. ओकुहारा ने इसके बाद वीडियो रैफरल पर अंक गंवाया जिससे वह 18-10 से पिछड़ गई. जापान की खिलाड़ी ने नेट पर शानदार खेल से दो अंक जुटाए लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना शाट नेट पर उलझाकर साइना को आठ गेम प्वाइंट दिए. भारतीय खिलाड़ी ने विरोधी खिलाड़ी के शरीर पर स्मैश के साथ पहला गेम जीत लिया.