…तो कोलंबिया से जीत जाता भारत

नयी दिल्ली : विश्व कप में ऐतिहासिक गोल ने भले ही कोलंबिया से हारने की निराशा कम कर दी हो लेकिन अंडर-17 टीम के कोच लुई नोर्टन डि माटोस ने कहा कि खिलाडियों ने कई मौके गंवाये और अगर हमने पहले बढ़त हासिल कर ली होती तो नतीजा कुछ और भी हो सकता था. भारत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 10, 2017 3:57 PM

नयी दिल्ली : विश्व कप में ऐतिहासिक गोल ने भले ही कोलंबिया से हारने की निराशा कम कर दी हो लेकिन अंडर-17 टीम के कोच लुई नोर्टन डि माटोस ने कहा कि खिलाडियों ने कई मौके गंवाये और अगर हमने पहले बढ़त हासिल कर ली होती तो नतीजा कुछ और भी हो सकता था. भारत ने मिडफील्डर जैकसन थोनाओजाम के गोल की बदौलत फीफा विश्व कप में पहला गोल कर इतिहास रचा, लेकिन उसे बीती रात यहां कोलंबिया से ग्रुप ए के दूसरे मैच में 1-2 से हार का मुंह देखना पड़ा.

डि माटोस ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, हां, हम मैच जीत सकते थे, हमें पहले हाफ में दो मौके मिले थे. एक में तो गेंद गोलपोस्ट पर भी हिट हुई थी. यह निराशाजनक है. अगर हमने पहले हाफ में गोल किया होता तो हमारे पास जीतने का मौका बन सकता था. अगर यह भी नहीं होता तो कम से कम नतीजा ड्रॉ तो रहता.

कोलंबियाई टीम ने ज्यादातर समय गेंद पर कब्जा रखा और गोल में कई शाट लगाये लेकिन भारत के पास बेहतरीन गोल करने का शानदार मौका था. दक्षिण अमेरिकी टीम ने जुआन पेनालोजा के दो गोल से जीत दर्ज की. डि माटोस ने कहा, अमेरिका के खिलाफ पहले मैच में हमने गोल पोस्ट पर गेंद हिट की थी और जवाब में उन्होंने गोल कर दिया था. वो वाले मैच में भी हम गोल कर नतीजा बदल सकते थे. लेकिन यह पुर्तगाली टीम के प्रदर्शन से खुश दिखा, उन्होंने कहा कि खिलाडियों में अनुभव की कमी के चलते कोलंबिया ने अगले ही मिनट में गोल कर बढ़त बना ली.
डि माटोस ने कहा, खिलाड़ी बराबरी गोल दागने की खुशी में इतने व्यस्त हो गये कि उनका ध्यान भंग हो गया और कोलंबिया ने अगले ही मिनट में बढ़त हासिल कर ली. यह गोल सपने जैसा था और खिलाडियों ने ध्यान गंवा दिया. सच कहूं तो खिलाडियों को इस तरह के हालात का अनुभव नहीं है. उन्होंने कहा, अगर ऐसा नहीं हुआ होता तो हमने यह गोल नहीं गंवाया होता और यह मैच ड्रॉ रहता. हमने ध्यान गंवाने से एक ही मिनट में मैच गंवा दिया.
लेकिन उन्होंने खिलाडियों की प्रशंसा करते हुए कहा, खिलाडियों का प्रदर्शन शानदार रहा. मुझे भारतीय खिलाडियों पर गर्व है. उन्होंने दिखा दिया कि वे दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं. इनका भविष्य उज्जवल है. माटोस ने कहा, हमने छह महीने पहले सपना देख था कि हम दक्षिण अमेरिका की इन मजबूत टीमों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं. सभी टीमों को हमारे खिलाफ खेलने में मुश्किल हो रही है. अमेरिका ने भी यही कहा और कोलंबिया ने भी यही.

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