फीफा अंडर 17 विश्व कप : कोलंबिया को 4-0 से हराकर जर्मनी क्वार्टरफाइनल में

नयी दिल्ली : जर्मनी के खिलाडियों ने सोमवार को यहां गर्मी के बावजूद शानदार खेल दिखाते हुए फीफा अंडर 17 विश्व कप के राउंड आफ 16 के पहले मुकाबले में कोलंबिया के कमजोर डिफेंस का पूरा फायदा उठाया और उसे 4-0 से पस्त कर फीफा अंडर-17 विश्व कप के अंतिम आठ में प्रवेश किया. मेजबान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2017 9:56 PM

नयी दिल्ली : जर्मनी के खिलाडियों ने सोमवार को यहां गर्मी के बावजूद शानदार खेल दिखाते हुए फीफा अंडर 17 विश्व कप के राउंड आफ 16 के पहले मुकाबले में कोलंबिया के कमजोर डिफेंस का पूरा फायदा उठाया और उसे 4-0 से पस्त कर फीफा अंडर-17 विश्व कप के अंतिम आठ में प्रवेश किया.

मेजबान भारतीय टीम अपने तीनों लीग मैच गंवाकर टूर्नामेंट से बाहर हो गयी है लेकिन जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम में दर्शक इस मुकाबले को देखने के लिये अच्छी तादाद में जुटे जिनमें से युवा तो जर्मनी टीम का उत्साहवर्धन भी कर रहे थे. जर्मनी के कप्तान जान फिते आर्प ने टीम का अच्छा नेतृत्व किया और सातवें व 65वें मिनट में दो गोल दागे. उनके अलावा अन्य दो गोल यान बिसेक (39वें मिनट) और जान येबोआ (49वें मिनट) ने किये.

लीग मैचों में ईरान से हारकर टूर्नामेंट में सबसे बडा उलटफेर झेलने वाली जर्मनी के मजबूत खेल के आगे दक्षिण अमेरिकी टीम जूझती नजर आयी. कोलंबिया ने हालांकि कई बार विपक्षी टीम के गोल में सेंध लगायी लेकिन खाता नहीं खोल सकी. वहीं जर्मनी के खिलाडियों ने गर्मी के बावजूद काफी शानदार खेल दिखाया जो बार बार पानी पीते दिख रहे थे. अपने दसवें फाइनल्स में खेल रही जर्मनी के कप्तान आर्प के के दो गोल मिलाकर टूर्नामेंट में चार मैचों में चार गोल हो गये हैं.

दोनों टीमों के चुनौतीपूर्ण खेल दिखाने की उम्मीद थी, लेकिन आर्प ने अपनी टीम के लिये खाता खोला. उन्होंने सातवें मिनट में कोलंबिया के गोलकीपर केविन मीर की गलती का पूरा फायदा उठाया. मिडफील्डर जान येबोआ ने कोलंबियाई डिफेंडरों से बचते हुए आर्प को पास दिया जो घूम चुके थे लेकिन उन्होंने मुडकर शाट लगाया और यह गेंद सीधे गोलपोस्ट में जा पहुंची. इस गोल में कोलंबियाई गोलकीपर की गलती साफ दिखी जो इसे आसानी से बचा सकता था.

चार बार फीफा के इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची जर्मनी को तुंरत ही झटका लगा जब मिडफील्डर यानिक केटल चोटिल हो गये. उनकी जगह जोशा वागनोमान को उतारा गया. इसके बाद थोड़ी देर के लिये जर्मनी की टीम सुस्त दिखी और कोलंबियाई टीम ने 30वें मिनट तक बराबरी करने के लिये दो शानदार प्रयास किये, हालांकि वे कायमाबी नहीं हासिल कर पाये.

फिर जर्मनी ने आक्रामकता दिखायी. तीन मिनट बाद येबोआ का शानदार शाट गोलपोस्ट से लगकर बाहर ही रह गया, वर्ना जर्मनी की बढ़त दोगुनी हो गयी होती. लेकिन जर्मनी का बढ़त दोगुनी करने इंतजार जल्द ही खत्म हुआ जब 39वें मिनट में यान बिसेक ने कार्नर शाट पर टीम के लिये शानदार हेडर से गोल दागा. इस गोल को करने के बाद वह दर्द से कराहने लगे और मैदान से बाहर चले गये लेकिन थोड़ी देर बार उन्होंने वापसी की. पहले हाफ के अंतिम मिनट में यह बढ़त और बढ़ सकती थी, मगर एक अच्छा प्रयास कामयाब नहीं हो सका.

दूसरे हाफ में जर्मनी ने मैदान पर आते ही आक्रामकता दिखाई. कप्तान आर्प गेंद लेकर अकेले आगे बढ़ रहे थे, लेकिन विपक्षी मिडफील्डरों के आते ही उन्होंने इसे येबोआ की ओर कर दिया जिन्होंने शानदार गोल कर बढ़त 3-0 कर दी.

अपने छठे फाइनल्स में खेल रही कोलंबियाई टीम तीन गोल पिछड़ने से निराश हो गयी थी और गोल करने के लिये बेताब थी. लेकिन जर्मनी के मजबूत डिफेंस के आगे उनकी एक नही चली और उनके सारे प्रयास लक्ष्य से चूक गये. इसी बीच जर्मनी के कप्तान आर्प ने 65वें मिनट में टीम की ओर से चौथा और मैच में अपना दूसरा गोल किया. कोलंबिया के डिफेंडर गुलीरेमो टेगुए गेंद लेकर आगे बढ़ रहे थे. लेकिन आर्प ने बीच में गेंद रोककर इसे हासिल किया आसानी से कोलंबियाई गोलकीपर मीर को छकाकर गोल दागा.

तुरंत ही आर्प की जगह जेसी नगानकाम को मैदान पर उतारा गया. हालांकि जर्मनी का फीफा के इस अंडर 17 टूर्नामेंट में प्रदर्शन इतना शानदार नहीं रहा है लेकिन इस बार वह काफी मजबूत दिख रही है जो 32 साल पहले इस टूर्नामेंट में उप विजेता रही थी. कोलंबियाई टीम आज अपनी ख्याति के अनुरुप प्रदर्शन नहीं कर सकी. अभी तक उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2009 में रहा था जब वह सेमीफाइनल में स्पेन से 0-1 से हारकर तीसरे स्थान पर रही थी.

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