ओडेन्से : भारत के किदाम्बी श्रीकांत ने शनिवार को यहां हांगकांग के वोंग विंग की विन्सेट को सीधे गेम में हराकर 750,000 डालर इनामी डेनमार्क ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल के फाइनल में जगह बनाने के साथ अपने तीसरे सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब की तरफ मजबूत कदम बढ़ाये.
इस साल इंडोनेशिया ओपन और ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने वाले भारत के इस 25 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी ने वोंग को 21-18 21-17 से हराया. इन दोनों खिलाडियों के बीच इससे पहले का रिकार्ड 2-2 था लेकिन श्रीकांत ने खेल पर अच्छी तरह से नियंत्रण बनाया और केवल 39 मिनट में जीत दर्ज करके फाइनल में प्रवेश किया जहां उनका सामना कोरिया के ली ह्युन इल से होगा. श्रीकांत ने पीटीआई से कहा, मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं. मैं वास्तव में अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था. हमारा खेल एक जैसा है लेकिन मैंने अधिक संयम दिखाया.
हालांकि मैंने शुरू में कुछ गलतियां की. मेरा अगला मुकाबला ली से होगा जिसके खिलाफ मैं नहीं खेला हूं और मुझे लगता है कि उसे हराना आसान नहीं होगा. श्रीकांत और वोंग ने शुरू में एक दूसरे को बराबर की टक्कर दी लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने जल्द ही दबदबा बनाना शुरू कर दिया और पहले गेम के इंटरवल तक वह 11-6 से आगे हो गये. वोंग ने हालांकि वापसी की और एक समय स्कोर 10-13 और फिर 15-18 था लेकिन श्रीकांत ने संयम नहीं खोया और अपनी रैलियों पर नियंत्रण रखकर यह गेम अपने नाम किया.
दूसरे गेम में श्रीकांत ने शुरू में 4-0 की बढ़त हासिल कर दी लेकिन नेट पर कुछ गलतियों के कारण वोंग ने स्कोर 3-4 कर दिया. भारतीय खिलाड़ी ने फिर से 7-5 से बढ़त बनायी और फिर ब्रेक तक वह 11-9 से आगे थे. वर्ष 2014 में चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर जीतने वाले श्रीकांत ने इसके बाद भी वोंग की गलितयों का फायदा उठाकर 14-12 से खुद को आगे रखा लेकिन कोरियाई खिलाड़ी ने भी हर समय वापसी की अच्छी कोशिश की. श्रीकांत ने हालांकि उन्हें कोई मौका नहीं दिया जब उनके पास तीन मैच प्वाइंट थे तब उन्होंने लंबी रैली जीतकर मैच अपने नाम किया.
इससे पहले ली ने पहले सेमीफाइनल में हमवतन और विश्व में नंबर दो सोन वान हो को 25-23 18-21 21-17 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया. महिला एकल में थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन ने चीनी ताइपै की ताइ जु यिंग को 21-14 20-22 21-14 से हराकर इस साल दूसरी बार सुपर सीरीज प्रीमियर के फाइनल में जगह बनायी जहां उनका सामना जापान की अकाने यामागुची से होगा जिन्होंने चीन की चेन युफेई को 10-21 21-18 21-19 से हराया.