दुबई : ओलंपिक रजत पदक विजेता भारत की पीवी सिंधू ने अपना विजयी अभियान जारी रखते हुए यहां चीन की चेन यूफेई को सीधे गेम में हराकर दुबई सुपर सीरीज फाइनल्स के महिला एकल के खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया. दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी सिंधू ने आठवें नंबर की चीन की खिलाड़ी को 59 मिनट में 21-15 21-18 से हराया.
सिंधू ने इसके साथ ही हमवतन साइना नेहवाल की बराबरी की जो 2011 में इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने में सफल रही थी. साइना को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था. ज्वाला गुट्टा और वी दीजू की मिश्रित युगल जोड़ी भी 2009 में फाइनल में पहुंची थी लेकिन उपविजेता बनकर संतोष करना पड़ा था.
सिंधू ने मैच के बाद कहा, कुल मिलाकर यह काफी अच्छे स्तर का मैच था. मैंने हालांकि सीधे गेम में जीत दर्ज की, मैच में लंबी रैली हुई. अंतिम अंक तक जीत आसान नहीं थी. मैं सिर्फ अगले अंक के बारे में सोच रही थी, प्रत्येक अंक महत्वपूर्ण था. चेन उभरती हुई खिलाड़ी है और उसने शानदार प्रदर्शन किया. उसका डिफेंस काफी मजबूत था. फाइनल में सिंधू का सामना दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी और शीर्ष वरीय जापान की अकाने यामागुची से होगा जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन को एक घंटा और 12 मिनट चले कड़े मुकाबले में 17-21 21-12 21-19 से हराया.
फाइनल में सिंधू को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. भारतीय खिलाड़ी ने अकाने के खिलाफ अब तक पांच मैचों में जीत दर्ज की है जबकि सिर्फ दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. सिंधू ने राउंड रोबिन के दौरान भी ग्रुप ए में अकाने को एकतरफा मुकाबले में सिर्फ 36 मिनट में 21-9 21-13 से हराया था. सिंधू ने इसके अलावा इस साल हांगकांग ओपन में भी अकाने को हराया था लेकिन जापान की खिलाडी फ्रेंच ओपन में जीत दर्ज करने में सफल रही थी.
सिंधू ने कहा, मैं यह टूर्नामेंट जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनना चाहती हूं. यामागुची कड़ी प्रतिद्वंद्वी होगी. मुझे तैयार रहना होगा. यह लंबा मैच होगा इसलिए फिलहाल इसके बारे में नहीं सोच रही.