बीबीसी पर लगा जेंडर पे गैप का आरोप, समान काम के लिए अलग वेतन क्यों ?
लंदन : 9 बार विंबलडन चैंपियन रहीं पूर्व टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा ने बीबीसी पर जेंडर पे- गैप का आरोप लगाया है. टेनिस से संन्यास ले चुकी मार्टिना ने बीबीसी के लिए कमेंट्री की थी. उनके साथ 3 बार के विंबलडन चैंपियन जॉन मैकेनरो भी थे. मर्टिना ने कहा, बराबर किये गये काम के लिए […]
लंदन : 9 बार विंबलडन चैंपियन रहीं पूर्व टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा ने बीबीसी पर जेंडर पे- गैप का आरोप लगाया है. टेनिस से संन्यास ले चुकी मार्टिना ने बीबीसी के लिए कमेंट्री की थी. उनके साथ 3 बार के विंबलडन चैंपियन जॉन मैकेनरो भी थे. मर्टिना ने कहा, बराबर किये गये काम के लिए मुझसे 10 गुणा ज्यादा वेतन मैकेनरो को दिया. मार्टिना ने कहा, विंबलडन खत्म होने के बाद मुझे वेतन की जानकारी मिली मुझे पता चला कि 13 लाख मुझे मिले और मैकेनरो को 1.3 करोड़ रुपये मिले.
मार्टिना ने कहा, जिस वक्त हम दोनों काम कर रहे थे मैकेनरो दूसरे कामों में भी व्यस्त थे जबकि मैं पूरी तरह सिर्फ विंबलन पर ध्यान दे रही थी. इस पूरी घटना से मैं समझ गयी थी कि इतने बड़े संस्थान में भी पुरुषों की आवाज को ज्यादा महत्व दिया जाता है. अब इस मामले में मार्टिना नवरातिलोवा ने आवाज उठाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, मेरा मैनेजर इस मामले में अब बीबीसी से बात करेगा.
वहीं बीबीसी का कहना है कि- ‘कमेंट्री पैनल में मार्टिना नवरातिलोवा और जॉन मैकेनरो का रोल अलग-अलग था. इन दोनों के काम की तुलना करना गलत है. जॉन ने पूरे विंबलडन में कुल 30 शो किए, जबकि मार्टिना ने 10 शो किए थे. जॉन को दर्शक पसंद करते हैं उन्हें बेहतर समीक्षक मानते हैं . पे-गैप इन बातों की वजह से है ना कि किसी के जेंडर की वजह से.
बीबीसी में भेदभाव को लेकर पहले भी कई शिकायतें आयी है. गार्जियन की एक रिपोर्ट में बीबीसी में महिलाओं की औसत सैलरी पुरुषों से 9.3% कम है. ऐसे लगभग 500 मामले सामने आये हैं. बीबीसी के डायरेक्टर फ्रैन अन्सवर्थ का कहना है कि- "किन्हीं क्षेत्रों में असमानता हो सकती है, लेकिन कंपनी ऐसा जानबूझकर नहीं करती.