गोल्ड कोस्ट : भारत 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में कल जब अपने अभियान का आगाज करेगा तो सभी का फोकस विश्व चयन भारोत्तोलक मीराबाई चानू पर होगा जो पदक की प्रबल दावेदार है जबकि बैडमिंटन खिलाड़ी और मुक्केबाजों पर भी नजरें टिकी होंगी . राष्ट्रमंडल खेल 2014 में रजत पदक जीत चुकी चानू 48 किलोवर्ग में पदक की प्रबल दावेदार है. उसका सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 194 किलो है जो इस स्पर्धा में उसकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी से 10 किलो अधिक है.
इन खेलों में भाग ले रहे किसी भारोत्तोलक ने 180 किलो पार नहीं किया है. चानू की निकटतम प्रतिद्वंदी कनाडा की अमांडा ब्राडोक है जिसका सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 173 किलो है. भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी, मुक्केबाज और महिला हाकी टीम के साथ टेबल टेनिस खिलाड़ी भी अपने अभियान का कल आगाज करेंगे. पिछली बार पांचवें स्थान पर रही महिला हाकी टीम कल वेल्स से पहला मैच खेलेगी. खेलों से पहले दक्षिण कोरिया दौरे पर भारत का प्रदर्शन अच्छा रहा है जहां उसने शृंखला जीती थी . कोच हरेंद्र सिंह ने कहा ,‘ हमने इन खेलों के लिए काफी मेहनत की है. उम्मीद है कि नतीजे अच्छे रहेंगे.’
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बैडमिंटन में भारतीय टीम सितारों से भरी है और पहले ही दिन काफी व्यस्त कार्यक्रम है. मिश्रित वर्ग में भारत का सामना श्रीलंका और पाकिस्तान से होगा. श्रीलंका के खिलाफ मुकाबला सुबह है जबकि पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे हाफ में खेलना है. पी वी सिंधू और किदांबी श्रीकांत जैसे दिग्गजों के लिए ये मुकाबले खाला का घर जैसे ही होंगे. खेलगांव में अपने पिता को जगह नहीं मिलने के बाद खेलों से बाहर होने की धमकी देने वाली साइना नेहवाल अब मामला सुलझने के बाद अपने रैकेट से उम्दा प्रदर्शन करना चाहेगी. मुक्केबाजी में 2010 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मनोज कुमार ( 69 किलो ) रिंग में उतरेंगे.
उनका सामना पहले मुकाबले में नाइजीरिया के ओसिता उमेह से होगा. उन पर अच्छे प्रदर्शन के साथ सीरिंज विवाद से फोकस हटाने की भी जिम्मेदारी होगी. स्क्वाश कोर्ट पर दीपिका पल्लीकल, जोशना चिनप्पा, सौरव घोषाल और हरिंदर पाल संधू अपने अभियान की शुरूआत करेंगे . जोशना और दीपिका ने 2014 खेलों में महिला युगल में स्वर्ण जीता था . अब देखना है कि क्या एकल पदक भारत की झोली में गिरता है . खेलों की तैयारी उनके लिए आशातीत नहीं रही है क्योंकि राष्ट्रीय महासंघ से मतभेदों के चलते विदेशी कोच अशरफ अल कारारगुइ ने इस्तीफा दे दिया था . राष्ट्रीय कोच साइरस पोंचा ने कहा ,‘ हमने व्यक्तिगत वर्ग में कभी पदक नहीं जीता. अगर इस बार ऐसा कर पाते हैं तो यह खास होगा .’ टेबल टेनिस टीम भी विवाद के साये में यहां आयी है जब सीनियर खिलाड़ी सौम्यजीत घोष को बलात्कार के आरोपों के चलते ऐन मौके पर बाहर कर दिया गया.
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महिला टीम कल वनाउतू और फीजी से खेलेगी जबकि पुरूष टीम का सामना त्रिनिदाद और टोबैगो और उत्तरी आयरलैंड से होगा. कलात्मक जिम्नास्टिक में भारतीय पुरूष टीम पहले दिन चुनौती पेश करेगी. ऐसे में नजरें वापसी कर रहे आशीष कुमार पर रहेंगी जो राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय जिम्नास्ट हैं . उन्होंने फ्लोर में कांस्य और वाल्ट में रजत पदक जीता था. साइकिलिस्ट से पदक की उम्मीद नहीं है हालांकि पिछले कुछ अर्से में कोई उपलब्धि नहीं होने के बावजूद देबोराह हेरोल्ड्स पर नजरें होंगी. महिला बास्केटबाल टीम कल जमैका से और पुरूष टीम कैमरून से खेलेगी. राष्ट्रमंडल खेलों में स्पर्धाओं की शुरूआत के पहले दिन
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