गोल्ड कोस्ट : भारतीय महिला हॉकी टीम ने एक गोल से पिछड़ने के बाद शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों में पूल ए के तीसरे मैच में ओलंपिक चैम्पियन इंग्लैंड को 2-1 से हरा दिया.
पिछले दो राष्ट्रमंडल खेलों में पांचवें स्थान पर रही भारतीय टीम अब अंकतालिका में इंग्लैंड से पीछे दूसरे स्थान पर है और उसका सेमीफाइनल में प्रवेश तय लग रहा है. भारत के लिये गुरजीत कौर और नवनीत कौर ने क्रमश: 42वें और 48वें मिनट में गोल दागे. इससे पहले इंग्लैंड की कप्तान अलेक्जेंड्रा डेनसन ने 35वें सेकंड में ही गोल करके टीम को बढ़त दिला दी थी.
भारतीय कप्तान रानी रामपाल ने मैच के बाद कहा , हमने पहली बार इंग्लैंड को हराया है. वे रियो ओलंपिक चैम्पियन है लिहाजा हम इस जीत से बहुत खुश हैं. उसने कहा , ओलंपिक चैम्पियन को हराना हमेशा खास पल होता है. हमें उनके खिलाफ खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिले और आज हमारा दिन था.
हमने काफी मेहनत की थी और यह मौका चूकना नहीं था. भारत को टूर्नामेंट के पहले मैच में निचली रैंकिंग वाली वेल्स टीम ने हरा दिया था लेकिन इसके बाद भारत ने मलेशिया और अब इंग्लैंड को हराया. शुरुआती गोल जल्दी गंवाने के बावजूद भारतीयों ने आपा नहीं खोया और संयम के साथ खेलकर वापसी की.
मिडफील्डर निक्की प्रधान इंग्लैंड का एकगोल बचाने के प्रयास में चोटिल हो गई और उनके मुंह से खून निकल रहा था. गुरजीत ने इसके बारे में कहा , उसको हल्का कट लगा है लेकिन वह काफी हिम्मतवाली है और ठीक हो जायेगी. दूसरे हाफ में गुरजीत ने टीम को मिला एकमात्र पेनल्टी कार्नर भुनाकर बराबरी दिलाई.
इसके छह मिनट बाद नवनीत के फील्ड गोल ने भारत को बढ़त दिलाई. रानी ने कहा , हमने इस पूरे मैच पर काफी मेहनत की. पहले हाफ में डिफेंस ने कमाल का प्रदर्शन किया. नवनीत ने कहा कि ओलंपिक चैम्पियन के खिलाफ गोल करना उसके कैरियर का सबसे बड़ा पल था.
उन्होंने कहा , यह मेरा सबसे बड़ा पल था. अब मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और अगले मैचों में बेहतर प्रदर्शन करूंगी. इंग्लैंड की कप्तान डेनसन ने कहा , हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सके. भारतीय टीम इस जीत की हकदार थी जिसने सारे मौके भुनाये.