कीव : मोहम्मद सालाह की शानदार फॉर्म की बदौलत लिवरपूल की निगाहें कल होने वाले यूएफा चैंपियंस लीग के फाइनल में रियाल मैड्रिड का दबदबा समाप्त करने पर लगी होंगी, तो वहीं स्पेनिश क्लब लगातार तीसरा खिताब अपनी झोली में डालने की कोशिश में होगा. रियाल मैड्रिड ने 12 यूरोपीय कप अपने नाम किये हुए हैं और अब वह शनिवार को इस चुनौतीपूर्ण मुकाबले में इसकी संख्या 13 करना चाहेगा, जबकि लिवरपूल की टीम पांच बार यह ट्रॉफी जीत चुकी है और पिछली बार उसने 2005 में खिताब अपने नाम किया था जिससे कोच जर्गन क्लोप की टीम भी इनमें इजाफा करना चाहेगी.
रियाल ने पहली बार लगातार पांच यूरोपीय कप जीते थे और वह पांच साल में चौथी बार चैंपियंस लीग ट्रॉफी पर कब्जा करना चाहेगी. लिवरपूल के लिये चुनौती काफी कड़ी होगी क्योंकि न तो एटलेटिको मैड्रिड (दो बार) और न ही युवेंटस हाल के फाइनल में स्टार फॉरवर्ड क्रिस्टियानो रोनाल्डो को रोकने में सफल हो पाया है, लेकिन लिवरपूल के खिलाड़ियों की आक्रामकता उन्हें खुद पर जरूरत से ज्यादा भरोसा दिलाती है जिससे यूक्रेन की राजधानी में स्थित ओलिंपिक स्टेडियम में यह मुकाबला काफी दिलचस्प होगा. इतिहास के हिसाब से भी यह स्वप्निल फाइनल होगा.
लिवरपूल की टीम ने इस सत्र में रिकार्ड 46 गोल दागे हैं, जिसमें से सालाह के ही 11 गोल हैं. क्लोप ने लिवरपूल की वेबसाइट पर कहा : अगर हम टूर्नामेंट जीत जाते हैं, तो कीव और फाइनल का सफर, अब तक का शानदार सफर होगा. अभी तक यह शानदार रहा है. हालांकि उनकी टीम में अनुभव की कमी है क्योंकि टीम में से कोई भी पहले चैंपियंस लीग के फाइनल में नहीं खेला है, लेकिन क्लोप जानते हैं कि जिनेदिन जिदान की टीम उन्हें हलके में नहीं ले सकती.
रियाल मैड्रिड की टीम अगर ट्रॉफी जीत जाती है, तो 1976 में बायर्न के बाद लगातार तीन साल यूरोपीय कप जीतने वाली पहली टीम बन जायेगी. रोनाल्डो अपना पांचवा चैंपियंस लीग खिताब जीत सकते हैं जिससे वह व्यक्तिगत रिकॉर्ड की बराबरी कर एक और बैलन डिओर के दावेदार भी बन जायेंगे. जिदान भी बतौर कोच लगातार तीसरी चैंपियंस लीग ट्रॉफी हासिल करने की कोशिश करेंगे.