नयी दिल्ली : भारत के लिए एकमात्र व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने शुक्रवार को कहा कि क्रिकेट के पास धन है और वक्त की जरूरत है कि औद्योगिक घराने उससे इतर दूसरे खेलों पर ध्यान दें और उनमें निवेश करें. पांच बार का ओलंपियन एक कार्यक्रम में यहां अपने करियर को लेकर बात कर रहा था. रियो ओलंपिक, 2016 के बाद बिंद्रा ने खेल से संन्यास ले लिया था.
उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारतीय खेल जगत में बदलाव की जरूरत है. औद्योगिक घरानों को क्रिकेट से इतर दूसरे खेलों का समर्थन करना होगा. ओलंपिक में शामिल खेलों में और ज्यादा निवेश करने की जरूरत है.’ दस साल पहले 2008 में बीजिंग ओलंपिक खेलों में 10 मीटर एयर रायफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले खिलाड़ी ने कहा, ‘मैं अमेरिकी ओलंपिक समिति का उदाहरण दे सकता हूं. अमेरिकी ओलंपिक समिति को सरकार से एक डॉलर की भी सब्सिडी नहीं मिलती, उन्हें सारा पैसा औद्योगिक घरानों से मिलता है. अमेरिका और भारत में चीजें अलग हैं.’
उन्होंने कहा, ‘दूसरी चीज शासन से जुड़ी है, मुझे लगता है कि हमारे देश के खेल शासन में बदलाव लाने की जरूरत है. सुशासन की जरूरत है. बदलाव तभी होगा जब वह अनिवार्य हो जायेगा. मुझे लगता है कि उस क्षेत्र में काम हो रहा है. इसके लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की जरूरत है और ऐसा होने पर, इससे भारतीय खेलों को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा.’