सिंधू ने ओकुहारा को सीधे गेम में हराया, सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक पक्का किया
नांजिंग : भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधू ने शुक्रवार को यहां जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे गेम में पराजित कर विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक पक्का किया. सिंधू ने ओकुहारा को 58 मिनट तक चले क्वार्टरफाइनल में 21-17 21-19 से पराजित किया और अब वह कल सेमीफाइनल में दुनिया की दूसरे […]
नांजिंग : भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधू ने शुक्रवार को यहां जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे गेम में पराजित कर विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक पक्का किया. सिंधू ने ओकुहारा को 58 मिनट तक चले क्वार्टरफाइनल में 21-17 21-19 से पराजित किया और अब वह कल सेमीफाइनल में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची से भिड़ेंगी. दुनिया की तीसरे नंबर की इस खिलाड़ी ने दुनिया की छठे नंबर की प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ दबदबे भरा प्रदर्शन किया.
दोनों गेम में ओकुहारा ने शुरू में बढ़त बनायी लेकिन सिंधू ने दोनों में वापसी करते हुए फतह हासिल की. सिंधू पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल में 19-21, 22-20, 20-22 से हार गयी थी लेकिन आज भारतीय खिलाड़ी पूरे मुकाबले में सर्वश्रेष्ठ रहीं. इस जीत का मतलब है कि सिंधू का इस जापानी खिलाड़ी के खिलाफ रिकार्ड 6-6 से बराबर हो गया है.
पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल के बाद दोनों एक दूसरे से पांच बार आमने-सामने हुई जिसमें आज का मैच भी शामिल है. इसमें सिंधू ने तीन में जबकि ओकुहारा ने दो में जीत हासिल की. यह सिंधू का विश्व चैम्पियनशिप में चौथा पदक होगा, उनके नाम पहले ही दो कांस्य और एक रजत पदक है.
इससे पहले साइना नेहवाल एकतरफा क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दो बार की चैम्पियन कैरोलिना मारिन से सीधे गेम में हारकर बाहर हो गयीं. साइना और मारिन के बीच यह मुकाबला पूरी तरह से एकतरफा रहा. मारिन ने 21-6, 21-11 से जीत दर्ज की. पुरूषों के क्वार्टरफाइनल में बी साई प्रणीत जापान के केंटो मोमोटा को टक्कर नहीं दे सके और महज 39 मिनट में 12-21, 12-21 से हार गये.
मिश्रित युगल में अश्विनी पोनप्पा और सात्विक साइराज रांकीरेड्डी शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन के झेंग सिवेइ और हुआंग याकियोंग से क्वार्टर फाइनल में 17-21, 10-21 से हारकर बाहर हो गये. साइना ने हारने के बाद कहा, ‘आज वह काफी तेज खेली और पूरा कोर्ट उसने कवर कर रखा था. कल मेरा मैच काफी देर तक चला लिहाजा इतनी तेज रफ्तार खिलाड़ी का सामना करना मुश्किल था. उसने मुझे मेरा खेल दिखाने का मौका ही नहीं दिया.’
मारिन ने कहा, ‘मैं पहले दिन से अच्छा खेल रही हूं. मैं दुनिया में सबसे तेज खेलती हूं जो मेरी ताकत है. मुझे सेमीफाइनल में पहुंचने की बहुत खुशी है. मैं कल हि बिंगजियाओ के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की कोशिश करूंगी.’ मारिन ने पहले गेम में साइना पर दबाव बनाया. उसने 12 मिनट में पहला गेम जीत लिया. दूसरे गेम में साइना ने अच्छा संघर्ष किया लेकिन मारिन ने वापसी करके 10 मैच प्वाइंट बनाये और जीत दर्ज की.